नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया कि जरूरी वृहद और सूक्ष्म वृद्धि जैसे कारकों के सहारे भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। मंत्रालय द्वारा तैयार की गई मासिक आर्थिक समीक्षा के अनुसार, तेज टीकाकरण और त्योहारी सीजन भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार को गति देंगे और इसके चलते मांग-आपूर्ति के बीच का अंतर कम होगा तथा रोजगार के ज्यादा अवसरों का सृजन होगा। इसमें कहा गया है कि प्रमुख संरचनात्मक सुधारों को समाहित करते हुए आत्मनिर्भर भारत मिशन, व्यापार के अवसरों के संकेत और खर्च करने वाले चैनलों के विस्तार के माध्यम से, देश के आर्थिक पुनरुद्धार को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
समीक्षा में कहा गया कि जरूरी वृहद और सूक्ष्म वृद्धि चालकों के साथ यह दौर भारत के निवेश चक्र को रफ्तार देने और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में उसके पुनरुद्धार को गति देने के लिए तैयार है। इस साल जनवरी में जारी आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 में मार्च 2022 में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के दौरान 11 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान लगाया गया था।
अगले सप्ताह सरकारी बैंकों, वित्तीय संस्थानों के प्रमुखों के साथ बैठक करेंगी सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कोविड-19 महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों में ऋण प्रवाह में नरमी को दूर करने के लिए अगले सप्ताह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थानों के प्रमुखों के साथ बैठक करेंगी। 17 नवंबर से शुरू होने वाले इस दो दिवसीय सम्मेलन में सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक और वित्तीय संस्थान हिस्सा लेंगे। इसके अलावा, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस, श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस और टाटा कैपिटल सहित निजी क्षेत्र के शीर्ष छह ऋणदाताओं और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के सीईओ भी मौजूद रहेंगे।
वित्त मंत्रालय ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों के चेयरमैन और सीईओ को संबोधित एक पत्र में कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन में अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में सहज तरीके से ऋण के प्रवाह पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों की व्यापक समीक्षा की जाएगी तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान सहित सरकारी योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया जाएगा।