वॉशिंगटन। नौकरी के लिए विदेश में कार्यरत भारतीयों ने इस साल अपने घर सबसे अधिक मनीऑर्डर भेजे हैं। विदेशों से 72 अरब डॉलर की राशि मनीऑर्डर के जरिये प्राप्त हुई है। अप्रवासी नागरिकों द्वारा मनीऑर्डर भेजने के मामले में भारत दुनियाभर में पहले नंबर पर है। इसके बाद चीन का स्थान है, जहां 64 अरब डॉलर की राशि आई है।
वर्ल्ड बैंक द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सबसे ज्यादा पैसा अमेरिका से भेजा गया। वर्ष 2014 में अमेरिका से अनुमानत: 56 अरब डॉलर के मनीऑर्डर भेजे गए। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत 2015 में विदेशों से भेजे गए मनीऑर्डर प्राप्त करने वाला सबसे बड़ा देश रहा। इस दौरान भारत को अनुमानत: 72 अरब डॉलर के मनिऑर्डर भेजे गए। इसके बाद चीन (64 अरब डॉलर) और फिलिपींस (30 अरब डॉलर) का स्थान रहा। रिपोर्ट के अनुसार जिन देशों से ये मनीआर्डर भेजे गए उनमें अमेरिका सबसे आगे रहा। सबसे ज्यादा मनिऑर्डर अमेरिका से भेजे गए, उसके बाद सउदी अरब (37 अरब डॉलर) और रूस (33 अरब डॉलर) का स्थान रहा।
इस साल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रवासियों की संख्या बढ़कर सबसे अधिक 25 करोड़ के पार पहुंच जाएगी क्योंकि लोग आर्थिक अवसर की तलाश में एक देश से दूसरे देश जा रहे हैं। तेजी से वृद्धि दर्ज कर रहे विकासशील देश अब दुनिया के दूसरे विकासशील देशो के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय प्रवासी इस साल अपने परिवारों को अपने गृहदेश में 601 अरब डॉलर भेजेंगे और इसमें विकासशील देशों को 441 अरब डॉलर मिलेंगे। प्रवासियों के लिए शीर्ष 10 गंतव्यों में अमेरिका, सउदी अरब, जर्मनी, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, स्पेन और ऑस्ट्रेलिया प्रमुख रूप से शामिल हैं। जिन देशों से ज्यादा लोग विदेशों में जाते हैं ऐसे 10 अग्रणी देशों में भारत, रूस, मेक्सिको, चीन, बांग्लादेश, पाकिस्तान, फिलिपीन, अफगानिस्तान, यूक्रेन और ब्रिटेन शामिल हैं।