नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने शुक्रवार को कहा कि भारत एक बड़ी समुद्री क्षेत्र क्रांति के मुहाने पर है और उसे आर्थिक एवं रणनीतिक दोनों कारणों से एक गतिशील तथा मजबूत समुद्री उद्योग की जरूरत है। बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री ने उद्योग संगठन फिक्की द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में बंदरगाहों का विकास प्रमुख सागरमाला कार्यक्रम और मैरीटाइम इंडिया विजन 2030 द्वारा निर्देशित है।
उन्होंने कहा कि मैरीटाइम इंडिया विजन 2030 के तहत निर्धारित लक्ष्य इस क्षेत्र के विकास में तेजी लाने में मदद करेंगे और अगले 10 वर्षों में भारतीय समुद्री उद्योग को शीर्ष वैश्विक मानदंडों के बराबर लाने की कोशिश करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने देश में साजोसामान पहुंचाने की लागत को कम करने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हाल ही में पारित अंतर्देशीय पोत अधिनियम, 2021 अंतर्देशीय जल परिवहन क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार घरेलू जहाज निर्माण और जहाजों की मरम्मत के बाजार पर ध्यान केंद्रित कर रही है। सोनोवाल ने कहा, "घरेलू जहाज निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए भारतीय शिपयार्ड के वास्मं जहाज निर्माण वित्तीय सहायता नीति को मंजूरी दी गयी है।"