नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस पीडि़तों की संख्या के मद्देनजर भारत ने बुधवार को ऐसे सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री-पोत को बंदरगाह पर आने से प्रतिबंधित कर दिया है, जिन्होंने एक फरवरी 2020 के बाद कोरोनावायरस प्रभावित देशों की यात्रा की है। सरकार ने कहा कि यह प्रतिबंध 31 मार्च, 2020 तक प्रभावी रहेगा। खरतरनाक वायरस को फैलने से रोकने के लिए पोत परिवहन मंत्रालय ने कहा कि केवल उन्हीं अंतरराष्ट्रीय यात्री-जहाजों को देश के बंदरगाह पर आने की अनुमति होगी, जिन्होंने अपने आगमन कार्यक्रम की सूचना एक जनवरी 2020 तक दे रखी है।
मंत्रालय ने कहा कि विगत में कोरोना वायरस प्रभावित देशों में गए अंतरराष्ट्रीय यात्री जहाजों को भारतीय बंदरगाहों पर 31 मार्च तक आने की अनुमति नहीं होगी। अंतरराष्ट्रीय यात्री जहाजों को केवल उन्हीं बंदरगाहों पर पर आने की अनुमति दी जाएगी, जहां यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की जांच के लिए थर्मल स्क्रीनिंग सुविधाएं मौजूद हैं।
मंत्रालय ने कहा कि यदि यात्री जहाजों के किसी यात्री या चालक दल के किसी सदस्य के कोरोनावायरस से संक्रमित होने के लक्षण दिखे तो उन्हें जहाज से उतरने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जहाज के नायक को किसी यात्री या चालक दल के किसी सदस्य के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित देश की यात्रा को लेकर दस्तावेज बंदरगाह को सौंपने होंगे।