नई दिल्ली। भारत ने कारोबार प्रतिस्पर्धा के मामले में एक स्थान की छलांग लगाई और 43वें स्थान पर पहुंच गया। सिंगापुर ने अमेरिका को पछाड़ कर पहले स्थान पर कब्जा जमाया है। एक वैश्विक अध्ययन में इसकी जानकारी मिली है।
आईएमडी विश्व प्रतिस्पर्धिता रैंकिंग के अनुसार, पिछले साल भारत 44वें और सिंगापुर तीसरे स्थान पर था। पिछले साल शीर्ष पर रहा अमेरिका इस बार तीसरे स्थान पर आ गया है। दूसरे स्थान पर हांगकांग है।
अर्थशास्त्री प्रतिस्पर्धा को किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की दीर्घकालिक स्थिति के लिए काफी महत्वपूर्ण मानते हैं। इससे कंपनियों को टिकाऊ वृद्धि हासिल करने, रोजगार के अवसर सृजित करने तथा अंतत: नागरिकों के कल्याण को विस्तृत करने में मदद मिलती है।
अध्ययन में कहा गया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र विश्व का अगुवा बनकर उभरा है। इस क्षेत्र की 14 में से 11 अर्थव्यवस्थाएं या तो सुधर रही हैं या पुरानी स्थिति पर टिकी हुई हैं। इस अध्ययन के अनुसार, वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में तेज वृद्धि, कंपनी कानून में सुधार तथा शिक्षा पर खर्च बढ़ने के कारण भारत प्रतिस्पर्धिता में रैंकिंग सुधारने में सफल हुआ है। इससे पहले भारत 2017 में 45वें तथा 2016 में 41वें स्थान पर था।
2019 की रैंकिंग में भारत कई आर्थिक मापदंडों पर अच्छा स्कोर हासिल किया है। टॉप-5 अर्थव्यवस्थाओं में स्विट्जरलैंड ने इकोनॉमिक ग्रोथ, स्विस फ्रेंक की स्थिरता और हाई-क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर की दम पर इस बार चौथा स्थान हासिल किया है। पिछले साल यह पांचवें पायदान पर था। युनाइटेड अबर अमीरात ने पहली बार टॉप 5 में जगह बनाई है। 2016 में यह देश 15वें नंबर पर था।