लंदन। ब्रिटेन में भारत निवेश करने वाले देशों में अमेरिका के बाद दूसरे पायदान पर पहुंच गया है। उसने 2019 में यहां 120 परियोजनाओं में निवेश किया और 5,429 नए रोजगार के अवसरों का सृजन किया। ब्रिटेन सरकार के शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़े से यह पता चला।
आंतरिक व्यापार विभाग के 2019-20 में देश में आए निवेश के बारे में जारी आंकड़ों के अनुसार भारत तीसरे स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। ब्रिटेन के लिए अमेरिका प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मामले में पहला स्रोत बना हुआ। उसने 462 परियोजनाओं में निवेश किया और 20,131 रोजगार सृजित किए। उसके बाद क्रमश: भारत, जर्मनी, फ्रांस, चीन और हांगकांग का स्थान रहा।
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने 72 परियोजनाओं में निवेश किया। नार्डिक और बाल्टिक क्षेत्र की हिस्सेदारी 134 रही। आंकड़ों के अनुसार 2018 में भारतीय परियोजनाओं की संख्या 106 थी और इससे 4,858 रोजगार पैदा हुए थे। वहीं 2019 में परियोजनाओं की संख्या बढ़कर 120 हो गई, जबकि रोजगार के अवसर 5,429 पर पहुंच गए।
ब्रिटेन की अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री लिज ट्रस ने डिजिटल माध्यम से शुक्रवार को इंडिया ग्लोबल वीक, 2020 को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 संकट के दौरान हम भारत के साथ मिलकर काम करते रहे ताकि आपूर्ति व्यवस्था बनी रहे और व्यापार मार्ग कायम रहे। यह महत्वपूर्ण है कि हम संरक्षणवाद की ओर नहीं बढ़े।