नई दिल्ली। भारत ने 14 स्थान की छलांग लगाकर वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में 63वां स्थान हासिल किया है। गुरुवार को जारी इस रैंकिंग से इस बात की जानकारी मिली है। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र और हरियाणा में विधान सभा चुनावों के वोटों की गिनती चल रही है और परिणाम आने से पहले मोदी सरकार के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है।
मोदी सरकार की मेक इन इंडिया योजना और अन्य सुधारों ने विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया है। टॉप-10 परफॉर्मर्स में भी भारत को शामिल किया गया है। भारत ने इस लिस्ट में लगातार तीसरे साल स्थान हासिल किया है।
यह रैंकिंग ऐसे समय जारी की गई है, जब भारतीय रिजर्व बैंक, वर्ल्ड बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विभिन्न रेटिंग एजेंसियों ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में कटौती की है। सबका कहना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से भारत में आर्थिक मंदी का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।
2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने थे तब 190 देशों की लिस्ट में भारत 142वें स्थान पर था। चार साल में किए गए सुधारों की वजह से भारत 2018 में वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंक में टॉप 100 में शामिल हो गया था। 2017 में भारत इस लिस्ट में 130वें स्थान पर था।
पिछले साल भारत ने दिवालिया, कर और अन्य क्षेत्रों में सुधार लाने के जरिये 23 स्थान की छलांग लगाकर 77वां स्थान हासिल किया था। वर्ल्ड बैंक ने डूइंग बिजनेस 2020 रिपोर्ट में कहा है कि सरकार द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बावजूद सकारात्मक वृद्धि देखी जा रही है।
इस साल की टॉप-10 परफॉर्मर्स में भारत के अलावा सऊदी अरब (62), जोर्डन (75), टोगो (97), बहरीन (43), ताजिकिस्तान (106), पाकिस्तान (108), कुवैत (83), चीन (31) और नाइजीरिया (131) शामिल हैं।