नई दिल्ली। सालभर परेशानियों के दौर से जूझने वाले भारत के विनिर्माण क्षेत्र के लिए 2017 का अंतिम महीना शानदार वृद्धि लाने वाला रहा। दिंसबर में परिचालन स्थितियां बेहतर रहने से यह पांच साल के उच्च स्तर पर रहा। इसकी अहम वजह कंपनियों के नए ऑर्डर में वृद्धि होना है। यह बात निक्केई इंडिया के कंपनियों के परचेजिंग मैनेजरों के बीच कराए जाने वाले एक सर्वेक्षण (PMI इंडेक्स) में सामने आई है।
दिसंबर में विनिर्माण PMI इंडेक्स बढ़कर 54.7 रहा है जो नवंबर में 52.6 था। इसमें उपभोक्ता, मध्यस्थ और निवेश तीनों श्रेणियों में वृद्धि दर्ज की गई है। यह लगातार पांचवा महीना है जब सूचकांक का स्तर 50 से ऊपर रहा है। PMI का 50 से ऊपर विनिर्माण क्षेत्र में विस्तार को जबकि 50 से नीचे रहना संकुचन को दर्शाता है।
आईएचएस मार्किट की अर्थशास्त्री और इस रिपोर्ट की लेखिका आशना डोढिया ने कहा कि कारोबार के बेहतर मजबूत प्रदर्शन की दो प्रमुख वजह दिसंबर 2012 के बाद से अब तक उत्पादन में सबसे तेज विस्तार होना और अक्टूबर 2016 के बाद नए ऑर्डरों का सबसे ज्यादा बढ़ना है।
आशना ने कहा कि विनिर्माण की स्थिति बेहतर होने का अहम कारण घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग का बढ़ना है।