बीजिंग। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारत कठिन वैश्विक स्थितियों के बावजूद लगातार अपनी उच्च आर्थिक वृद्धि बरकरार रखे हुए है और अपने सुधार के एजेंडा तथा बुनियादी ढांचा सृजित करने पर कायम है। एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) के निदेशक मंडल की बैठक को कल संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि भारी उम्मीदों के बीच बैंक का गठन हुआ है और भारत एआईआईबर से 2-3 अरब डॉलर की कर्ज सहायता हासिल करने के लिए कुछ परियोजनाएं तैयार कर रहा है।
वित्त मंत्रालय ने कहा, वैश्विक अर्थव्यवस्था में मुश्किल समय में एआईआईबी की स्थापना काफी उम्मीदों के साथ हुई है। वैश्विक अर्थव्यवस्था की हालत में सुधार बहुत हल्का है और वैश्विक वृद्धि दर के अनुमान को घटाया गया है, हालांकि एशिया प्रशांत क्षेत्र दुनिया के लिए वृद्धि का इंजन बना हुआ है। उन्होंने कहा, वैश्विक प्रतिकूलताओं के बावजूद भारत 2015-16 में 7.6 फीसदी की वृद्धि हासिल की जो इससे पूर्व के वर्ष में 7.2 फीसदी थी।
जेटली ने कहा कि भारत ने एफडीआई में सुधारों को आगे बढ़ाया और ग्रामीण बुनियादी ढांचे, राष्ट्रीय राजमार्ग, अंतर्देशीय जलमार्ग, पोत परिवहन, बिजली क्षेत्र एवं स्मार्ट शहर परियोजनाओं मे बड़े पैमाने पर निवेश शुरू किया है। उन्होंने कहा, बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश के लिए भारत में काफी मांग है। हम एआईआईबी से 2-3 अरब डालर का कर्ज हासिल करने के लिए कुछ परियोजनाएं तैयार कर रहे हैं। इन परियोजनाओं में शहरी विकास (स्मार्ट शहर सहित), उर्जा, शहरी परिवहन, रेलवे, अंतर्देशीय जलमार्ग तथा जलापूर्ति क्षेत्र के कार्य शामिल हैं।
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