नई दिल्ली। एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक (AIIB) की तीसरी सालाना बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक विकासशील देश होने की वजह से हम सब की चुनौतियां लगभग एकसमान हैं। उन्होंने कहा कि एशिया में अब भी स्वास्थ्य, रोजगार और शिक्षा से जुड़ी समस्याएं हैं और एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट इस मामले में संसाधन पैदा करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि AIIB और भारत साथ मिलकर आर्थिक विकास को विस्तृत और सथाई बनाने के लिए प्रति बद्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारत में वे नया पीपीपी मॉडल, इंफ्रास्ट्रक्चर डेबिट फंड और इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट लागू कर रहे हैं। भारत के आर्थिक विकास पर पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत एक ब्राइट स्पॉट की तरह उभरा है। इसके अलावा, एक लंबे इंतजार के बाद आर्थिक मामलों में भारत की रेटिंग्स भी सुधरी हैं। यहां उन्होंने इज ऑफ डूइंग बिजनस का भी जिक्र किया।
निवेश के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सबसे अधिक इंवेस्टमेंट फ्रेंडली देश है और हमने कारोबार के लिए नियमों को और अधिक आसान बना दिया है। अपने संबोधन में मोदी ने भारतमाला, सागरमाला और उड़ान जैसी अलग-अलग परियोजनाओं का जिक्र भी किया। साथ ही उन्होंने तेजी से डिजिटल होते भारत की खूबियों से भी वहां मौजूद लोगों को अवगत कराया।
प्रधानमंत्री मोदी ने खेती को भारत की रोजी-रोटी बताई और कहा कि वे वेयरहाउसेज, कोल्ड चेन, फूड प्रोसेसिंग, फसल बीमा जैसी चीजों में निवेश कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारत आगे बढ़ रहा है और अब भारत आर्थिक अवसर, समग्र विकास, डिजिलट इंफ्रास्ट्रक्चर और नॉलेज इकॉनोमी के खंभों पर खड़ा है।