न्यूयॉर्क। नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढि़या के मुताबिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) के मामले में जहां दूसरे देश तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, वहीं भारत इस मामले में अभी काफी फिसड्डी है। उन्होंने कहा कि अगर भारत को अगले 20-25 वर्षों तक आठ से 10 फीसदी की विकास दर बनाए रखनी है तो उसे दुनिया के कुछ बाजारों को पकड़ना होगा।
पनगढि़या न्यूयॉर्क में एशिया सोशायटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित एक परिचर्चा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि अगर भारत को अगले 20-25 वर्षों तक 8-10 फीसदी की विकास दर बनाए रखने का प्रयास करना है तो यह कुछ विश्व बाजारों को पकड़े बिना किया जा सकता है।
अच्छी प्रगति कर रही है अर्थव्यवस्था
पनगढि़या के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था ने बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 7.9 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि दर्ज की है। ऐसे में साफ है कि अर्थव्यवस्था आठ प्रतिशत की वृद्धि दर पर लौटने की दृष्टि से अच्छी प्रगति कर रही है। नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पर एशिया सोसायटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित परिचर्चा में पनगढि़या ने कहा कि 2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी, अर्थव्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं थी। अब अर्थव्यवस्था में अच्छा सुधार हुआ है। पनगढि़या ने कहा कि वह कहते रहे हैं कि वित्त वर्ष 2015-16 के अंत तक अर्थव्यवस्था 8 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी। 7.9 प्रतिशत की चौथी तिमाही की वृद्धि दर एक बेहतर नतीजा है।