दोहा। भारत की निवेश-अनुकूल नीतियों को बताते हुए हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर की कंपनियों को आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री ने कंपनियों को विशेषकर बुनियादी ढांचा क्षेत्र में मौजूद व्यापार अवसरों का फायदा उठाने का न्योता दिया। मोदी ने इन कंपनियों की ओर से चिन्हित बाधाओं को दूर करने का वादा भी किया।
इस तेल संपन्न देश की अपनी यात्रा के दूसरे दिन मोदी ने कतर के प्रमुख उद्योपतियों के साथ लगभग एक घंटे बंद कक्ष में बैठक की। मोदी ने भारत में व्यापार सुगमता बढाने के लिए अपनी सरकार द्वारा बीते दो साल में किए गए काम के बारे में बताया। सूत्रों ने कहा कि कतर के व्यापारिक समुदाय ने नियमों व मंजूरियों के बारे में कुछ सवाल किए। इस मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने अनेक क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को सरल बनाने के लिए नियम व कायदों में बदलाव किए हैं। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से रेलवे, रक्षा, विनिर्माण तथा खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों का जिक्र किया। इसके साथ ही उन्होंने पर्यटन क्षेत्र में मौजूद बडे़ अवसरों की भी बात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने उद्योगपतियों को बताया कि उनकी सरकार नियमों को और सरल बनाने के लिए काम करती रहेगी ताकि भारत में व्यापार करने को और अधिक आसान बनाया जा सके। कतर की कंपनियों से निवेश का न्योता देते हुए उन्होंने कहा कि भारत अवसरों की भूमि है और उन्हें इसका फायदा उठाना चाहिए। इस संदर्भ में मोदी ने कहा कि भारत व कतर के करीबी संबंध रहे हैं और भौगोलिक दृष्टि से भी दोनों देश एक दूसरे के करीब है।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीटर पर मोदी के हवाले से लिखा, भारत अवसरों की भूमि है। मैं इस अवसर का फायदा उठाने के लिए आपको व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करने आया हूं। मोदी ने उद्योगपतियों से कहा, आप सभी ने भारत की संभावनाओं को माना है। आप द्वारा चिन्हित दिक्कतों को मैं दूर करूंगा। उन्होंने कहा, भारत की भारी निवेश जरूरतों तथा निवेश अनुकूल नीतियों को देखते हुए कतर निवेश प्राधिकार द्वारा भारत में निवेश करने की व्यापक संभावना है। उन्होंने कहा कि कतर का सरकारी संपत्ति कोष तथा सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां भार में बुनियादी ढांचे में आकर्षक निवेश विकल्पों पर विचार कर रही हैं।
मोदी ने बाद में ट्वीटर पर लिखा, कतर के व्यापारियों के साथ भारत-कतर आर्थिक सहयोग बढाने के तौर तरीकों पर चर्चा की। भारत में निवेश अवसरों तथा मेक इन इंडिया पहल को लेकर भी बात हुई।
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