नयी दिल्ली। भारत ने चीन से आयातित रसायन के खिलाफ डंपिंग रोधी जांच शुरू कर दी है। इस रसायन का उपयोग फार्मा उद्योग में होता है। यह जांच भारतीय दवा कंपनी आर्च फार्मा लैब्स द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद शुरू की गई है। वाणिज्य मंत्रालय की जांच शाखा व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) चीन से 'एटीएस-8' की कथित डंपिंग की जांच कर रहा है।
भारतीय दवा कंपनी आर्च फार्मा लैब्स ने डीजीटीआर के समक्ष अपनी शिकायत में चीन से आयात किये जाने वाले रसायन के संबंध में डंपिंग रोधी जांच शुरू करने की मांग की थी। कंपनी का आरोप है कि रसायन की डंपिंग ने भारतीय दवा उद्योग को प्रभावित किया है। एक अधिसूचना के अनुसार घरेलू दवा उद्योग द्वारा उचित रूप से लिखित शिकायत और रसायन के बारे में पेश शुरुआती सबूतों के आधार पर डीजीटीआर ने जांच शुरू कर दी है।
डीजीटीआर ने कहा कि यदि में जांच यह पाया गया कि रसायन से घरेलू दवा उद्योग को नुकसान हुआ है, तो वह चीन से आयात पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश करेगा। वित्त मंत्रालय हालांकि यह शुल्क लगाने का अंतिम निर्णय लेता है। गौरतलब है कि चीन से आयात किया जाना वाला रसायन एटोरवास्टेटिन एपीआई के निर्माण के लिए प्रमुख कच्चा माल है।
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