मुंबई: भारतीय कंपनियों ने अगस्त में 8.4 अरब डॉलर के 219 सौदे किए। एक रिपोर्ट में सोमवार को कहा गया है कि माह के दौरान मूल्य तथा संख्या दोनों के हिसाब से सौदों में बढ़ोतरी हुई है। परामर्शक कंपनी ग्रांट थॉर्नटन भारत ने कहा कि माह के दौरान कुल 219 सौदे हुए। यह 2005 से सबसे ऊंचा आंकड़ा है। साथ ही अगस्त, 2020 की तुलना में यह दोगुना है।
हालांकि, जुलाई 2021 से तुलना की जाए तो इसमें मिलाजुला रुख देखने को मिलता है। जुलाई की तुलना में अगस्त में भारतीय कंपनियों के सौदे संख्या के हिसाब से 21 प्रतिशत बढ़ गए। लेकिन मूल्य के हिसाब से इनमें 36 प्रतिशत की गिरावट आई।
रिपोर्ट कहती है कि इस दौरान विलय एवं अधिग्रहण गतिविधियां छह गुना नीचे आईं, जिससे भारतीय कंपनियों के सौदे मूल्य के हिसाब से घट गए। अगस्त में अधिकांश सौदे निजी इक्विटी और उद्यम पूंजी कोषों के जरिये हुए, जिन्होंने 182 सौदों में भारतीय कंपनियों में 7.6 अरब डॉलर का निवेश किया। निजी इक्विटी और उद्यम पूंजी कोषों ने भारतीय कंपनियों और यूनिकॉर्न में मुख्य रूप से बड़े मूल्य का निवेश किया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे पुनरुद्धार में भरोसा, स्टार्ट-अप क्षेत्र में आकर्षक अवसरों का पता चलता है। परामर्शक कंपनी के भागीदार शांति विजेता ने कहा, ‘‘औद्योगिक संकेतकों तथा बाहरी मांग में सुधार के मद्देनजर हमें उम्मीद है कि आगामी महीनों में दबी मांग, टीकाकरण अभियान और नीतिगत मोर्चे पर समर्थन तथा वैश्विक वृद्धि के रफ्तार पकड़ने से आर्थिक गतिविधियां सामान्य होंगी।’’