नई दिल्ली। उद्योग मंडल फिक्की ने NSG पर कहा है कि भारतीय उद्योग जगत दोहरे यानी सैन्य और असैन्य दोनों तरह के कार्य में इस्तेमाल होने वाले उत्पादों के विनिर्माण और व्यापार में वैश्विक स्तर पर तय जिम्मेदारियों को पूरा करने को तैयार है।
गौरतलब है कि वैश्विक नियमों के तहत ऐसे उत्पादों के कारोबार में इनको किसी अनधिकृत इस्तेमाले के बेचने या देने की पाबंदी है। फिक्की को उम्मीद है कि अमेरिका परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) में भारत की सदस्यता के मामले की पैरवरी करेगा। इसके साथ ही फिक्की ने भारत अमेरिका असैन्य परमाणु करार के परिचालन में आने का स्वागत किया है। उद्योग मंडल ने भारत में न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआईएल) तथा वेस्टिंगहाउस के बीच छह परमाणु रिएक्टरों के लिए शुरुआती तैयारियों पर काम शुरू होने का स्वागत किया।
फिक्की ने कहा कि इससे भारत का 150 अरब डॉलर का परमाणु उद्योग खुल सकेगा और साथ ही इससे रोजगार का सृजन होगा। इससे स्वच्छ ऊर्जा पर पहुंच और हमारी ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित होगी। एनपीसीआईएल तथा अमेरिकी कंपनी वेस्टिंगहाउस ने छह परमाणु बिजली रिएक्टरों के लिए इंजीनियरिंग और साइट डिजाइन का काम तत्काल शुरू करने की सहमति दी है। इस बारे में अनुबंध व्यवस्था जून, 2017 तक पूरी होने की उम्मीद है।
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