मुंबई: पेटीएम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा ने शनिवार को कहा कि देश विकास के रोमांचक चरण में है और भारतीय अर्थव्यवस्था अगले पांच से दस साल में 5,000 अरब डॉलर की हो जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर देश की अर्थव्यवस्था अभी 2,500 अरब डॉलर की है, तो अगले पांच से दस साल में हम और 2,500 अरब डॉलर की वृद्धि देखेंगे। हमें 2,500 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में 70 वर्ष लगे। लेकिन अब केवल दस वर्ष में इतिहास फिर से दोहराया जाएगा और अर्थव्यवस्था दोगुना हो जाएगी।’’
आईएमसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित दो दिन के वर्चुअल युवा सम्मेलन में शर्मा ने कहा, ‘‘हमारे लिए भारत में होना भाग्यशाली होने के साथ-साथ अद्भुत और प्रेरक क्षण भी है।’’ उन्होंने कहा कि किसी को भी ऐसा करने में कभी भी संकोच नहीं करना चाहिए जो वे बहुत दृढ़ता से महसूस करते हैं, बेशक ही वह छोटा लगे।
पेटीएम पर ऑनलाइन लेन-देन के लिये 15 करोड़ से अधिक यूपीआई पते
देश की प्रमुख डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम पेमेंट बैंक के मंच पर 15.5 करोड़ यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) हैंडल्स यानी ‘ऑनलाइन’ लेन-देन के पते हैं। कंपनी के प्रथम सार्वजनिक निर्गम के सिलसिले में नियामक के पास जमा कराए गए विवरण के अुनसा पेटीएम यूपीआई हैंडल्स पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा बनाए गए हैं। इसका उपयोग पैसा भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) से प्रमाणित भुगतान सेवा और यूपीआर्इ लेनदेन के लिये जारीकर्ता बैंक है।
कंपनी ने हाल में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के लिये बाजार नियामक सेबी के पास जमा विवरण पुस्तिका का हवाला देते हुए एक बयान में कहा, ‘‘पेटीएम पेमेंट बैंक के मंच पर 15.5 करोड़ यूपीआई हैंडल्स यानी ‘ऑनलाइन’ भुगतान के पते हैं। डिजिटल भुगतान में तेजी के साथ खुदरा एवं बड़े व्यापारियों की दुकानों पर यूपीआई के जरिये भुगतान में बढ़ोतरी हो रही है।
बयान में परामर्शदाता कंपनी रेड सीयर के हवाले से कहा गया है, ‘‘पेटीएम पेमेंट्स बैंक 31 मार्च, 2021 को समाप्त चौथी तिमाही में 17.1 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक था।’’ बयान के अनुसार 31 मार्च, 2021 तक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पास 52 अरब रूपये से अधिक जमा के साथ 6.4 करोड़ बचत खाते थे। इसमें भागीदार बैंकों में बचत खाते, चालू खातें, मियादी जमा और वॉलेट में उपलब्ध राशि शामिल है।