नई दिल्ली। प्रतिस्पर्धा के लिहाज से तैयार की गयी वार्षिक रैंकिंग में भारत एक पायदान चढ़कर 44वें स्थान पर पहुंच गया है। इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर मैनेजमेंट डेवलपमेंट (IMD) की ओर से तैयार की गई सूची में अमेरिका को शीर्ष पर रखा गया है। इस वर्ष भारत वैश्विक स्तर पर 44 वें पायदान पर रहा, वह पिछले वर्ष से एक पायदान ऊपर चढ़ गया है। सूची के अनुसार, भारत 14 एशियाई देशों में 12वीं सबसे प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था है।
आर्थिक प्रदर्शन और बुनियादी संचरना के क्षेत्र में मजबूत प्रदर्शन के बल पर अमेरिका सबसे प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था बन गया है। अमेरिका के बाद हांगकांग और सिंगापुर क्रमश: दूसरे और तीसरे पायदान पर हैं। शीर्ष पांच देशों में नीदरलैंड और स्विट्जरलैंड भी शामिल हैं। रिपोर्ट में भारत के संबंध में कहा गया है कि भारत को 2018 में कुछ चुनौतियों को सामना करना पड़ेगा, जिनमें कर्मचारियों के कौशल में वृद्धि, रोजगार सृजन, GST के क्रियान्वयन को सुव्यवस्थित करना और सतत: विकास लक्ष्यों के साथ उच्च वृद्धि का संतुलन शामिल है।
इसके अलावा सरकार को डिजिटल साक्षरता , ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त बैंडविड्थ और बुनियादी ढांचे के लिए संसाधनों को संगठित करना जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। सूची के शीर्ष दस देशों में डेनमार्क (6), संयुक्त अरब अमीरात (7), नार्वे (8), स्वीडन (9) और कनाडा (10) शामिल हैं। वहीं चीन सूची में 13 वें पायदान पर है।