नई दिल्ली। भारत सरकार ने बुधवार को बताया कि इस साल अप्रैल से लेकर अब तक पाकिस्तान से कुल 1908 टन चीनी का आयात किया गया है। इसका कुल मूल्य 6.57 लाख डॉलर है। सरकार ने यह जवाब देकर विपक्षी दलों के मूंह पर ताला लगाने की कोशिश की है, जो यह आरोप लगा रहे हैं कि पाकिस्तान से भारी मात्रा में चीनी का आयात किया जा रहा है।
वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले विदेशी व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने बताया कि वित्त वर्ष 2017-18 में 46.8 लाख डॉलर मूल्य की 13,110 टन चीनी का आयात पाकिस्तान से किया गया था। वहीं चालू वित्त वर्ष में 14 मई तक पाकिस्तान से महत 1908 टन चीनी का आयात हुआ है, जिसका मूल्य 6.57 लाख अमेरिकी डॉलर है।
डीजीएफटी ने कहा कि देश से कुल उत्पादन और भारत से होने वाले निर्यात की तुलना में पाकिस्तान से बहुत कम मात्रा में आयात हुआ है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश भारत का चीनी उत्पादन विपणन वर्ष 2017-18 ( अक्टूबर-सितंबर) में रिकॉर्ड 3.2 करोड़ टन होने का अनुमान है। पिछले वर्ष 2.03 करोड़ टन का उत्पादन हुआ था। चीनी की वार्षिक घरेलू मांग 2.5 करोड़ टन की है।
डीजीएफटी ने कहा कि देश ने वर्ष 2017-18 में 17.5 लाख टन चीनी और चालू वित्त वर्ष में 24 लाख टन चीनी का निर्यात किया है। महाराष्ट्र में, कांग्रेस पार्टी और राकांपा ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए दावा किया है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान से चीनी के आयात की अनुमति देने की नीति के कारण घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों में भारी गिरावट आ रही है। चीनी के सस्ते आयात की खेप को रोकने के लिए केंद्र ने इसके आयात शुल्क को दोगुना कर 100 प्रतिशत कर दिया है। सरकार ने चीनी मिलों से 20 लाख टन चीनी निर्यात करने को भी कहा है।