सिंगापुर। भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने नवंबर माह के दौरान कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए ईरान को पहले ही अपना ऑर्डर जारी कर दिया है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने ईरान पर 5 नवंबर से प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है और अपने सभी सहयोगी देशों से ईरान से तेल आयात बंद करने को कहा है। ऐसा न करने वाले देशों के खिलाफ अमेरिका ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। बावजूद इसके भारत ने ईरान से तेल खरीदने का ऑर्डर जारी किया है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय में संयुक्त सचिव (अंतरराष्ट्रीय सहयोग) संजय सुधीर ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की हमारी कंपनियां नवंबर महीने के लिए ईरान को पहले ही ऑर्डर दे चुकी हैं। भारतीय रणनीतिक पेट्रोलियम आरक्षित भंडारण कार्यक्रम चरण दो (आईएसपीआर) में निवेश अवसरों के बारे में जानकारी देने के बाद सुधीर ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से भारत के लिए ईरान कच्चे तेल का मुख्य आपूर्तिकर्ता रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत में हम ऊर्जा सुरक्षा को ध्यान में रखकर निर्णय करते हैं। सुधीर ने यह भी कहा कि ईरान के साथ लेन-देन को लेकर अमेरिका की पाबंदी से छूट को लेकर भारतीय अधिकारी वहां की सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं। भारत को कच्चे तेल की कुल आपूर्ति में 65 प्रतिशत पश्चिम एशियाई देश इराक, सऊदी अरब और ईरान से आता है। दो अन्य प्रमुख आपूर्तिकर्ता वेनेजुएला और नाइजीरिया हैं।
उन्होंने कहा कि आपूर्ति बिंदुओं पर पाइपलाइन और टर्मिनल ढांचागत सुविधा के कारण अमेरिका से कच्चे तेल की आपूर्ति बंद है। भारत में पिछले साल अक्टूबर 2017 से करीब 3 करोड़ बैरल का आयात हुआ। भारत अपनी कुल तेल जरूरतों का 80 प्रतिशत से अधिक आयात के जरिये पूरा करता है। आईएसपीआर-दो के बारे में सुधीर ने कहा कि हम सार्वजनिक निजी भागीदारी मॉडल की संभावना टटोल रहे हैं।