नई दिल्ली। स्मार्टफोन का दीवाना भारत अब अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट बन गया है। चीन दुनिया का सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है, इसके बाद भारत और अमेरिका का नंबर आता है। काउंटरप्वाइंट रिसर्च की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर 2015 तिमाही के दौरान एशिया की इस तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में स्मार्टफोन का शिपमेंट सालाना आधार पर 15 फीसदी बढ़ा है। इस दौरान यहां स्मार्टफोन यूजर की संख्या बढ़कर 22 करोड़ हो गई है।
काउंटरप्वाइंट रिसर्च की रिसर्च एनालिस्ट पावेल नैया ने कहा कि 2015 की चौथी तिमाही में छुट्टियों की वजह से भारत में स्मार्टफोन की मांग बहुत ज्यादा बढ़ी है। एनालिस्ट मान रहे थे कि अमेरिका को पीछे छोड़ने में भारत को कुछ माह का वक्त लगेगा, लेकिन यह अनुमान से पहले ही हो गया। अगस्त 2015 में अमेरिकन मार्केट रिसर्च फर्म आईडीसी ने अनुमान जताया था कि भारत स्मार्टफोन के मामले में अमेरिका को 2017 में पीछे छोड़ देगा।
काउंटरप्वाइंट रिसर्च ने कहा कि अकेले 2015 में भारत में 10 करोड़ स्मार्टफोन की बिक्री हुई है, जो इससे पूर्व वर्ष की तुलना में 23 फीसदी अधिक है। काउंटरप्वाइंट रिसर्च के सीनियर एनालिस्ट तरुण पाठक ने कहा कि इतनी अधिक संख्या में स्मार्टफोन यूजर्स की वजह से मोबाइल कनेक्टेड ईकोसिस्टम में किसी को भी आसानी से भारतीय बाजार में प्रवेश मिल सकता है। भारत में अभी स्मार्टफोन बिक्री का बहुत बड़ी संभावना है, क्योंकि अभी कुल जनसंख्या का केवल 30 फीसदी हिस्सा ही स्मार्टफोन का उपयोग कर रहा है।
Oppo F1
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वर्तमान में भारत में 150 ब्रांड के स्मार्टफोन की बिक्री हो रही है। कई घरेलू ब्रांड जैसे माइक्रोमैक्स, इंटेक्स और लावा वैश्विक कंपनियों सैमसंग और लीनोवो से कड़ी प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। 2016 में यह बाजार और तेजी से बढ़ने की उम्मीद है और भारत सरकार मेक इन इंडिया के तहत इस ग्रोथ को और गति दे सकती है। 20 से अधिक मोबाइल ब्रांड वर्तमान में भारत में अपने फोन असेंबल कर रही हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि चौथी तिमाही में बिके कुल फोन में से 50 फीसदी फोन भारत में असेंबल किए गए थे। भारत में स्मार्टफोन बिक्री में ऑनलाइन मार्केट की बड़ी हिस्सेदारी है। काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक भारत में बिकने वाले प्रत्येक तीन स्मार्टफोन में से एक फोन ऑनलाइन बिकता है।