नई दिल्ली। देश की आबादी की बात की जाए तो इस मामले में यह दुनिया में दूसरे स्थान पर है लेकिन आयकर देने वाली आबादी के मामले में यह बहुतों से पीछे है।
आर्थिक समीक्षा में अलग से प्रस्तुत एक जानकारी में कहा गया है कि देश में प्रति 100 मतदाताओं में सात करदाता हैं और इसके कारण देश लोकतांत्रिक जी-20 देशों में 18 में से 13वें स्थान पर है।
संसद में आज पेश 2016-17 की आर्थिक समीक्षा में भारत के बारे में आठ दिलचस्प तथ्य शीर्षक वाली एक विशेष प्रस्तुति में कहा गया है, देश में राजनीतिक लोकतंत्र तो है लेकिन राजकोषीय लोकतंत्र नहीं है।
- इसके अनुसार भारत में प्रति 100 मतदाता में केवल सात ही कर देते हैं।
- इसके कारण देश अपने लोकतांत्रिक जी-20 साथियों में 18 से 13वें स्थान पर है।
- वहीं नार्वे में 100 मतदाताओं पर 100 करदाता हैं और इस मामले में वह पहले स्थान पर है।
- उसके बाद क्रमश: स्वीडन, कनाडा, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया का स्थान है।
- वहीं ब्रिक्स देशों में जहां ब्राजील भारत से आगे जबकि रूस पीछे है।
- इसी अध्याय में रेलवे के यातायात आंकड़ों के आधार पर यह भी कहा गया है कि भारत में हर साल करीब 90 लाख लोग काम के सिलसिलें में प्रवास के लिए अपने घर से दूर जाते हैं।