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नोटबंदी ने सरकार का खजाना भरा, अप्रैल से जुलाई तक 19% बड़ गई डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन

अप्रैल से जुलाई के दौरान कुल 1.90 लाख करोड़ रुपए का डायरेक्ट टैक्स इकट्टा हुआ है जो वित्तवर्ष 2017-18 के लिए तय हुए डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का 19.5 फीसदी है

Manoj Kumar @kumarman145
Published : August 10, 2017 13:39 IST
नोटबंदी ने सरकार का खजाना भरा, अप्रैल से जुलाई तक 19% बड़ गई डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन
नोटबंदी ने सरकार का खजाना भरा, अप्रैल से जुलाई तक 19% बड़ गई डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन

नई दिल्ली। नोटबंदी से और फायदा हुआ हो या नहीं लेकिन इससे सरकार का खजाना लगातार भर रहा है। आयकर विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक चालू वित्तवर्ष 2017-18 के पहले 4 महीने यानि अप्रैल से जुलाई के दौरान डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में करीब 19 फीसदी का इजाफा हुआ है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी पर्सनल इनकम पर लगने वाले टैक्स में हुई है।

आयकर विभाग के मुताबिक अप्रैल से जुलाई के दौरान कुल 1.90 लाख करोड़ रुपए का डायरेक्ट टैक्स इकट्टा हुआ है जो वित्तवर्ष 2017-18 के लिए तय हुए डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का 19.5 फीसदी है और पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 19.1 फीसदी अधिक है।

डायरेक्ट टैक्स पर्सनल इनकम और कार्पोरेट इनकम पर लगता है। इस साल अप्रैल से जुलाई के दौरान जो टैक्स इकट्ठा हुआ है उसमें कार्पोरेट इनकम पर लगने वाले टैक्स की उगाही में 7.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि पर्सनल इनकम पर लगने वाले टैक्स की उगाही में 17.5 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पर्सनल इनकम टैक्स में बढ़ोतरी के पीछे नोटबंदी वजह रही है। नोटबंदी ने टैक्स देने वालों की संख्या बढ़ाई है जिस वजह से सरकार के पास ज्यादा टैक्स जमा हुआ है।

आयकर विभाग ने इस साल टैक्स रिफंड भी पिछले साल के मुकाबले कम किया है। अप्रैल से जुलाई के दौरान कुल 61,920 करोड़ रुपए का टैक्स रिफंड हुआ है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 5.1 फीसदी कम है। एक और सरकार की टैक्स उगाही बढ़ी है तो दूसरी ओर सरकार ने रिफंड भी कम किया है, यानि सरकारी खजाने में पैसा ज्यादा बढ़ा है।

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