वॉशिंगटन। भारत में 2022 तक नैचुरल गैस का कहीं बड़ा उत्पादक एवं उपभोक्ता बनने की क्षमता है। अपनी तरह की पहली अमेरिकी संसद की एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया है।
अमेरिकी कांग्रेस (संसद) की अनुसंधान सेवा (सीआरएस) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की प्राकृतिक गैस संबंधी योजनाओं का कई ऐसे मुद्दों पर प्रभाव पड़ेगा, जिनमें अमेरिकी संसद भी अपनी रुचि दिखा चुकी है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में ऊर्जा की मांग में बड़ा इजाफा हो सकता है, क्योंकि उसकी आबादी के 2022 तक 1.4 अरब पर पहुंचने का अनुमान है।
- इस तरह वह दुनिया का सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन जाएगा।
रिपोर्ट कहती है कि भारत में 2022 तक दुनिया में नैचुरल गैस का सबसे बड़ा उत्पादक एवं उपभोक्ता बनने की क्षमता है।
सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों वाली इस संसदीय निकाय की ओर से कल जारी 19 पृष्ठ की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि,
अमेरिकी हित के मुद्दों में अमेरिकी खनिज तेल एवं गैस निर्यात, अमेरिकी ऊर्जा कंपनियों का निवेश, अमेरिका के प्राकृतिक गैस उत्पादन में भारत का निवेश और भारत की ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता को पूरी करने की क्षमता है।