ढाका। भारत ने बांग्लादेश के आशूगंज बंदरगाह से पारगमन सुविधा के साथ नार्थ ईस्ट के लिए माल परिवहन का काम शुरू कर दिया है। इसका मकसद व्यापार को प्रोत्साहन देना और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए वस्तुओं की आसान आवाजाही सुनिश्चित करना है। भारत के एक मालवाहक जहाज से इस व्यवस्था के तहत आज आशूगंज बंरगाह पर पहली खेप उतारी गई जिससे बांग्लादेश के रास्ते त्रिपुरा में भेजा जाएगा।
बांग्लादेश के जहाजरानी मंत्री शाहजहां खान ने मध्य बांग्लादेश में इस परिचालन का शुभारंभ किया। इस पर 1,000 टन लोहे और इस्पात की चादरें उतारी गईं जिसे बांग्लादेश के रास्ते ट्रकों के जरिए त्रिपुरा भेजा जाएगा। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के आर्थिक सलाहकार मशिुउर रहमान, ढाका में भारतीय उच्चायुक्त हर्ष वर्धन श्रींगला, बांग्लादेशी सांसद तथा वरिष्ठ अधिकारी इस उद्घाटन समारोह के गवाह रहे।
थल-जल पारगमन एवं व्यापार पर संशोधित संधि के तहत यह सुविधा शुरू की गई है। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पिछले साल जून में ढाका यात्रा के समय हस्ताक्षर हुए थे। दूसरी ओर हाइड्रोकार्बन सेक्टर में भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए बांग्लादेश के एक प्रतिनिधिमंडल ने पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉॅम्प्लेक्स का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल में बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष मोहम्मद महमूद रजा खान और गैस एंड मिनरल रिसोर्सेज कॉर्पोरेशन, बांग्लादेश आयल के अध्यक्ष इश्तियाक अहमद शामिल थे।