दुबई: भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने शनिवार को देश के प्रमुख क्षेत्रों में यूएई से सरकारी निवेश को सुविधाजनक बनाने के तरीकों पर चर्चा की। एमिरेट्स ऑफ अबू धाबी की कार्यकारी परिषद के सदस्य शेख हमीद बिन जायद अल नाहयान और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रही द्विपक्षीय निवेश संधि में संशोधन के लिए बातचीत को जल्द से जल्द पूरा करने पर जोर दिया। दोनों ने यहां निवेश पर संयुक्त अरब अमीरात-भारत उच्चस्तरीय संयुक्त कार्यबल की नौवीं बैठक की सह-अध्यक्षता की।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘बैठक में भारत में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में यूएई की सॉवरेन इकाइयों के लिए निवेश को सुविधाजनक करने के उपायों पर चर्चा हुई। इस दौरान दोनों पक्ष यूएई की कुछ निवेश इकाइयों को कर प्रोत्साहन प्रदान के तरीकों पर गौर करने को सहमत हुए।’’ बैठक में द्विपक्षीय संबंधों और लोगों के बीच संपर्क को सुविधाजनक बनाने में हवाई परिवहन के महत्व को देखते हुए दोनों देश के संबंधित नागरिक उड्डयन प्राधिकरणों के मिलकर काम करने पर भी सहमति बनी।
बैठक में भारत और यूएई के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते के लिए चल रही चर्चा की प्रगति की समीक्षा की गई। संयुक्त कार्यबल की नौवीं बैठक पर टिप्पणी करते हुए अल नाहयान ने कहा कि यह दोनों देशों के बीच बातचीत का एक महत्वपूर्ण मंच है। इसके जरिये व्यापार और निवेश के नए अवसरों को बढ़ाने और आगे सहयोग के लिए बाधाओं को दूर करने में मदद मिलती है। वहीं गोयल ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत वृद्धि संभावनाओं को देखते हुए हम भारत के विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त अरब अमीरात से निवेश में वृद्धि की उम्मीद करते हैं।