मस्कट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमान के सुल्तान कबूस से व्यापक स्तर पर चर्चा की और इस दौरान भारत और ओमान ने रक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग सहित 8 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में, दुबई से यहां पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुल्तान कबूस बिन साद अल साद के साथ प्रतिनिधि स्तर की वार्ता की अगुवाई की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों में नयी ऊंचाई छूते हुए... प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमान के सुल्तान कबूस के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। दोनों रणनीतिक साझेदारों के बीच व्यापार और निवेश, ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने के बारे में बातचीत हुई।
सुल्तान कबूस ने ओमान के विकास में भारतीयों की कड़ी मेहनत और ईमानदारी भरे योगदान की सराहना की। वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने 8 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इसमें दीवानी और वाणिज्यिक मामलों में कानूनी तथा न्यायिक सहयोग पर एक एमओयू भी शामिल है। दोनों देशों ने विदेश सेवा संस्थान, विदेश मामलों के मंत्रालय, भारत और ओमान राजनयिक संस्थान के बीच सहयोग को लेकर एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए।
राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, ओमान की सल्तनत और रक्षा अध्ययन तथा विश्लेषण संस्थान के बीच शैक्षिक और विद्वत्तापूर्ण सहयोग के लिए एक एमओयू हुआ। दोनों देशों ने सैन्य सहयोग के समझौते पर भी हस्ताक्षर किये।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमान की राजधानी में कबूस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों देशों के राजनीतिक माहौल में उतार-चढ़ाव के बावजूद भारत और ओमान के संबंध हमेशा मजबूत रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों के संबंधों को मजबूत करने में ओमान में रह रहे भारतीयों ने अहम भूमिका निभाई है।
नब्बे लाख से अधिक भारतीय खाड़ी क्षेत्र में काम करते हैं और रहते हैं। ओमान में भारतीय सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। उल्लेखनीय है कि यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामल्ला की यात्रा की थी। इस प्रकार वह फलस्तीन की आधिकारिक यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने। मोदी ने ओमान आने से पहले संयुक्त अरब अमीरात की भी यात्रा की।