नई दिल्ली। भारत व्यक्तिगत कुल संपत्ति 5,200 अरब डॉलर के साथ दुनिया में 10 सर्वाधिक धनवान देशों की सूची में शामिल है, लेकिन इसकी एक वजह यहां बड़ी आबादी होना भी है। वहीं प्रति व्यक्ति आधार पर औसत भारतीय काफी गरीब हैं। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है। न्यू वर्ल्ड वेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत दुनिया में 10 अति धनावान देशों की सूची में शामिल है और सातवें पायदान पर है। सूची में धनी व्यक्तियों की 48,700 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ अमेरिका पहले स्थान पर है।
रिपोर्ट में कहा गया है, भारत का दुनिया के अति धनावान 10 देशों की सूची में शामिल होने का कारण बड़ी आबादी का होना है। प्रति व्यक्ति आधार पर औसत भारतीय काफी गरीब हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि पिछले 15 साल में देश की वृद्धि मजबूत रही है। न्यू वर्ल्ड वेल्थ के अनुसार, अति धनावान 10 देशों में चीन पिछले 15 साल (2000-15) में तीव्र गति से वृद्धि हासिल करने वाला देश रहा। ऑस्ट्रेलिया तथा भारत की वृद्धि भी मजबूत रही।
इतना ही नहीं भारत ने पिछले साल इटली को पीछे छोड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया और कनाडा अगले एक-दो साल में इटली से आगे निकल जाएंगे। शीर्ष पांच देशों की सूची में चीन कुल 17,300 अरब डॉलर की व्यक्तिगत संपत्ति के साथ दूसरे, जापान (15,200 अरब डॉलर) तीसरे, जर्मनी (9,400 अरब डॉलर) चौथे तथा ब्रिटेन (9,200 अरब डॉलर) पाचवें स्थान पर है। सूची में शामिल अन्य देशों में फ्रांस (7,600 अरब डॉलर) छठे, इटली (5,000 अरब डॉलर) आठवें, कनाडा (4,800 अरब डॉलर) नौवें तथा ऑस्ट्रेलिया (4,500 अरब डॉलर) 10वें स्थान पर हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया की आबादी 2.2 करोड़ है, इस लिहाज से ऑस्ट्रेलिया की रैंकिंग प्रभावी है। कुल व्यक्तिगत संपत्ति से आशय प्रत्येक देश में सभी व्यक्तियों के पास उपलब्ध निजी संपत्ति से हैं।
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