नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को तीसरा भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन (आईएएफएस) शुरू हो गया है। इसका आगाज मेजबान देश भारत और अफ्रीकी महाद्वीप के 54 देशों के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक के साथ हुआ। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने यहां इंदिरा गांधी नेशनल स्टेडियम स्थित आयोजन स्थल में शिखर सम्मेलन के बाबत तस्वीरें खिंचवाने के बाद ट्विटर पर लिखा, “एक पल कैमरों के लिए। वरिष्ठ अधिकारियों की मुलाकात के साथ आईएएफएस का औपचारिक आगाज हो गया है।”
भारतीय अधिकारियों के अनुसार, संभवत: यह पहली बार है, जब सभी 54 अफ्रीकी राष्ट्र इस तरह की एक बैठक के लिए महाद्वीप से बाहर एकत्रित हो रहे हैं। इनमें से 40 देशों का प्रतिनिधित्व उनके राष्ट्राध्यक्षों अथवा सरकार के प्रमुखों द्वारा किए जाने की संभावना है।
पिछले दो भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन 2008 और 2011 में क्रमश: नई दिल्ली और अदीस अबाबा में हुए थे, लेकिन इनमें अफ्रीकी देशों के केवल प्रतिनिधियों ने शिरकत की थी। लेकिन इस बार 29 अक्टूबर को अफ्रीकी देशों के नेता इसमें शामिल हो रहे हैं।
इससे संबंधित कार्यक्रम के अनुसार, मंगलवार को विदेश मंत्रियों के बीच एक बैठक होनी है और 29 अक्टूबर की शाम राष्ट्रपति भवन में एक भव्य भोज का आयोजन किया जाएगा, जिसके मेजबान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी होंगे। इस दौरान द्विपक्षीय बैठकें भी होंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिखर सम्मेलन से पूर्व कह चुके हैं कि भारत के लिए अफ्रीका में मानव संसाधन विकास, बुनियादी ढांचा, स्वच्छ ऊर्जा, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास केंद्र बिंदु बने रहेंगे।
पिछले 15 वर्षों के दौरान भारत और अफ्रीका के बीच कारोबार 20 गुना बढ़ा है। फिलहाल दोनों देशों के बीच 70 अरब डॉलर का कारोबार हो रहा है। भारत ने अफ्रीका में 30-35 अरब डॉलर का निवेश किया है।