नई दिल्ली। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने सोमवार को कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में आभूषणों की बिक्री में 25 फीसदी की गिरावट आ सकती है। एजेंसी ने कहा कि आभूषणों की मांग विवाह के मौसम में तथा पहली तिमाही के दौरान कुछ त्योहारों के मौकों पर अधिक होती है। हालांकि कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये देश में 45 दिनों से लागू लॉकडाउन के कारण यह मांग पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है। एजेंसी ने कहा कि जून और सितंबर तिमाही के दौरान वित्त वर्ष 2020-21 के पहले छह महीनों में आभूषणों की खुदरा मांग सुस्त रहने के आसार हैं। हालांकि त्योहारों तथा विवाहों के सत्र के कारण तीसरी तिमाही में इनकी मांग में तेजी लौट सकती है।
इंडिया रेटिंग ने पहले ही जनवरी 2020 के बाद से अब तक चालू वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को दो बार घटाकर 1.9 प्रतिशत कर दिया है। एजेंसी ने कहा कि इस अनुमान को और घटाया जा सकता है।
वहीं अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेएफ) के चेयरमैन अनंत पद्मनाभन ने पीटीआई-भाषा से कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान स्थानीय प्राधिकरणों से अनुमति के बाद कुछ राज्यों में आभूषण कारोबारियों ने अपनी दुकानें खोली हैं। उन्होंने कहा कि इन खुदरा कारोबारियों की बिक्री मात्र 20 से 25 प्रतिशत है। इनके पास लोग शादी-ब्याह की खरीदारी के लिए आ रहे हैं, क्योंकि सोने का भाव चढ़ रहा है। इसके अलावा कुछ लोगों ने अक्षय तृतीया पर सोने का ऑनलाइन ऑर्डर बुक किया था। अब वे दुकानों पर आकर डिलिवरी ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि देश में इस समय सोना 45,000 रुपये प्रति दस ग्राम पर चल रह है। ऊंची कीमत की वजह से भी बिक्री पर असर दिखा है।