नयी दिल्ली: उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स एवं उपकरण विनिर्माता संगठन (सीईएएमए) ने घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिये आयातित तैयार वस्तुओं पर सीमा शुल्क बढ़ाने तथा कलपुर्जों पर शुल्क कम करने की शुक्रवार को मांग की। संगठन ने अंतरिम बजट से पहले सरकार से यह मांग की। संगठन ने टेलीविजन, एसी, रेफ्रिजरेटर और वाशिंग मशीन जैसी तैयार वस्तुओं के आयात पर मूल सीमा शुल्क बढ़ाने का सुझाव दिया।
संगठन ने कंप्रेसर, खुले सेल और डिस्प्ले पैनल जैसे महत्वपूर्ण कलपुर्जों पर सीमा शुल्क अभी के 10 प्रतिशत से कम कर पांच प्रतिशत करने की भी मांग की। सीईएएमए के अध्यक्ष कमल नंदी ने कहा, ‘‘इससे स्थानीय विनिर्माताओं को प्रतिस्पर्धी कीमतों पर वस्तुओं का विनिर्माण करने तथा निर्यात को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।’’
संगठन ने स्थानीय स्तर पर तैयार हो रहे उत्पादों पर छूट देने की भी मांग की। उसने कहा कि इससे कलपुर्जों के विनिर्माण का आधार विकसित होगा और मेक इन इंडिया को प्रोत्साहन मिलेगा। नंदी ने कहा, ‘‘हम सीसीटीवी कैमरा और सीसीटीवी रिकॉर्डर पर मूल सीमा शुल्क 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का प्रस्ताव करते हैं। इससे स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा और आयात कम होगा।’’