नई दिल्ली। अपनी ‘नेम एंड शेम’ कार्यक्रम के तहत इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बुधवार को 18 टैक्स डिफॉल्टर्स की तीसरी लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में गोल्ड और डायमंड ट्रेडर्स भी शामिल हैं, जिनपर कुल 1150 करोड़ रुपए का टैक्स बकाया है। इससे पहले जारी दो लिस्ट में विभाग 49 डिफॉल्टर्स के नाम सार्वजनिक कर चुका है, जिन पर कुल 2000 करोड़ रुपए का टैक्स बकाया है। यह लिस्ट इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने तैयार की है और वित्त मंत्रालय ने प्रमुख अखबारों में इनके नाम सार्वजनिक किए हैं, जिसमें उनका अंतिम ज्ञात पता, पैन नंबर, बकाया टैक्स राशि, अंतिम ज्ञात आय स्रोत आदि की जानकारी दी गई है।
मुंबई के ज्वेलरी, डायरमंड और गोल्ड ट्रेडर उदय एम आचार्य (स्व.) और उनके कानूनी वारिस अमूल आचार्य तथा भावना आचार्य के खिलाफ 779.04 करोड़ रुपए का इनकम/कॉरपोरेट टैक्स बकाया है। इनकम टैक्स विभाग ने टैक्स न चुकाने वालों के नाम सार्वजनिक करने के लिए इस साल के शुरुआत में नेम एंड शेम नामक योजना शुरू की है। 18 डिफॉल्टर्स पर कुल इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स के रूप में 1152.52 करोड़ रुपए बकाया है।
डिपार्टमेंट ने नोटिस में इन सभी डिफॉल्टर्स से तत्काल अपना बकाया भुगतान करने के लिए कहा है साथ ही जनता से इन डिफॉल्टर्स के बारे में यदि कोई जानकारी है तो उसे बताने के लिए अपील की है। इस लिस्ट में अहमदाबाद के जग हीत एक्सपोर्टर्स प्राइवेट लिमिटेड (18.45 करोड़), जशुभाई ज्वेलर्स (32.13 करोड़), कल्याण ज्वेल्स प्राइवेट लिमिटेड (16.77 करोड़), लिवरपूल रिटेल इंडिया लिमिटेड (32.16 करोड़), धरनेंद्र ओवरसीज लिमिटेड (19.87 करोड़) और प्रफुल एम अखानी (29.11 करोड़) का नाम शामिल है। हैदराबाद के नेक्ससॉफ्ट इंफोटेल लिमिटेड पर 68.21 करोड़ रुपए का टैक्स बकाया है, जबकि भोपाल की ग्रेट मेटल्स प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड पर 13.01 करोड़ रुपए का टैक्स बकाया है। सूरत की शाक्षी एक्सपोर्ट्स पर 26.76 करोड़, दिल्ली की बिमला गुप्ता पर 13.96 करोड़, भोपला की गरिमा मशीनरी प्राइवेट लिमिटेड पर 6.98 करोड़, मुंबई की धीरेन अनंतरी मोदी पर 10.33 करोड़, हेमंग सी शाह पर 22.51 करोड़, मोहम्मद हाजी उर्फ यूसुफ मोटरवाला पर 22.34 करोड़ और चंडीगढ़ की वीनस रेमेडीज प्राइवेट लिमिटेड पर 15.25 करोड़ रुपए का टैक्स बकाया है। इन सभी डिफॉल्टर्स पर 1989-90 से 2013-14 असेसमेंट वर्ष तक का टैक्स बकाया है।