नयी दिल्ली। आयकर विभाग ने दिल्ली की कई बड़ी कंपनियों द्वारा 470 करोड़ रुपये की स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) की चूक का मामला पकड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि हाल में इन कंपनियों पर छापेमारी के बाद यह मामला सामने आया है। दिल्ली में विभाग की टीडीएस शाखा ने चालू वित्त वर्ष की 31 मार्च को समाप्त हो रही अंतिम तिमाही में स्रोत पर कर कटौती सुनिश्चित करने को निजी कंपनियों और सरकारी संगठनों के लिए विशेष निगरानी अभियान शुरू किया है। प्रत्यक्ष कर की श्रेणी में कुल कल संग्रह में टीडीएस का हिस्सा 40 प्रतिशत बैठता है।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभाग की टीडीएस शाखा ने हाल में बजट होटलों और गेस्ट हाउस परिचालक कंपनी पर छापा मारा। इसमें पता चला कि कंपनी ने सात साल की अवधि के दौरान किराये पर किए गए 280 करोड़ रुपये के भुगतान पर कथित रूप से टीडीएस नहीं काटा है। इसी तरह एक एयरलाइन कंपनी ने भी 115 करोड़ रुपये के टीडीएस भुगतान में चूक की है। कुछ रीयल एस्टेट कंपनियों ने भी 75 करोड़ रुपये का डिफॉल्ट किया है। अधिकारियों ने हालांकि इन कंपनियों की पहचान का खुलासा नहीं किया है।
अधिकारियों ने बताया कि दो अन्य इकाइयों को टीडीएस की गलत कटौती या डिफॉल्ट के मामले में दिल्ली क्षेत्र की स्थानीय अदालत ने दोषी करार दिया है। पहले मामले में छह लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है जबकि दूसरे मामले में छह माह की सजा और पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।