नई दिल्ली। भारतीय बाजार के बढ़ते आकर्षण के बीच एक हजार से अधिक नए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ( FPI ) ने 2016-17 में अप्रैल-जुलाई के दौरान पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास पंजीकरण कराया है। वित्त वर्ष 2015-16 में करीब 2,900 नए एफपीआई को सेबी से मंजूरी मिली थी।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार पंजीकृत एफपीआई की संख्या जुलाई के अंत में बढ़कर 5,322 हो गई, जो मार्च में 4,311 थी। विशेषज्ञों के अनुसार एफपीआई निवेशक भारत के वृहत-आर्थिक स्थिरता, दीर्घकालीन वृद्धि संभावना तथा मौजूदा आर्थिक एवं सामाजिक सुधार को देखते हुए इसे एक तरजीही और स्थिर बाजार मानते हैं।
एफपीआई ने सितंबर में कैपिटल मार्केट्स में एक अरब डॉलर किया निवेश, जीएसटी और मानसून से बढ़ा भरोसा
इसके अलावा सेबी ने कॉरपोरेट बांड में निवेश के लिए बेहतर तरीके से नियमित विदेशी निवेशकों को सीधे प्रवेश की पेशकश करने का फैसला किया है। इन निवेशकों ने अप्रैल-जुलाई के दौरान पूंजी बाजार में (बांड और इक्विटी) करीब 30,000 करोड़ रुपए निवेश किया है।
इंडियन एनर्जी एक्सचेंज में बिजली का हाजिर मूल्य सितंबर में पांच महीने के उच्च स्तर पर
इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) में बिजली का औसत हाजिर मूल्य सितंबर में 2.43 रुपए प्रति यूनिट पहुंच गया, जो पांच महीने का उच्च स्तर है। विभिन्न क्षेत्रों खासकर औद्योगिक इकाइयों की अधिक मांग से बिजली के दाम बढ़े जो विनिर्माण क्षेत्र में तेजी का संकेत देता है। विशेष रूप से औद्योगिक इकाइयों की अधिक मांग से बिजली का हाजिर मूल्य सितंबर में ऊंचा रहा।