कराची। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोविड-19 महामारी से गुजर रहे देशवासियों को एक अच्छी खुशखबरी दी है। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि महामारी के बावजूद पाकिस्तान ने लगातार पांचवें महीने नवंबर में अपने चालू खाता में 44.7 करोड़ डॉलर का सरप्लस दर्ज किया है।
इमरान खान ने अपने ट्वीट में लिखा है कि माशाअल्लाह, कोविड-19 के बीच अर्थव्यवस्था में सुधार से जुड़ी अच्छी खबर। लगातार पांचवें महीने नवंबर में चालू खाता अधिशेष 44.7 करोड़ डॉलर रहा। चालू वित्त वर्ष में अधिशेष अबतक 1.6 अरब डॉलर हुआ, पिछले साल समान अवधि में हमें 1.7 अरब डॉलर का घाटा हुआ था। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी बढ़कर 13 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले 3 सालों का उच्चतम स्तर है।
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने एक बयान में कहा कि नवंबर में 44.7 करोड़ डॉलर का सरप्लस दर्ज किया गया। एक साल पहले समान अवधि में देश को 32.6 करोड़ डॉलर का घाटा हुआ था। बैंक ने कहा कि पिछले पांच सालों के विपरीत वित्त वर्ष 2020-21 में चालू खाता सरप्लस में रहा। इसकी प्रमुख वजह व्यापार संतुलन बेहतर होना और रेमिटेंस में लगातार सुधार आना है।
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बैंक ने बताया कि नवंबर, 2020 के दौरान एक्सपोर्ट और इम्पोर्ट दोनों में तेजी आई है। यह बाहरी मांग में रिकवरी और घरेलू अर्थव्यवस्था में सकारात्मक गतिविधियों को दर्शाती है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि जुलाई-नवंबर के दौरान कुल चालू खाता अधिशेष 1.64 अरब डॉलर रहा, जबकि पिछले साल समान अवधि में देश को 1.745 अरब डॉलर का घाटा हुआ था।
पिछले पांच माह के दौरान पाकिस्तान के रेमिटेंस (देश से बाहर रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा देश में भेजे गए धन) में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कोविड-19 की वजह से लगे यात्रा प्रतिबंध के चलते रेमिटेंस को वैध तरीके से भेजने में वृद्धि होने के चलते सरकार को फायदा हुआ है।
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पिछले साल पाकिस्तान के भुगतान संकट की वजह से दिवालिया होने की नौबत आ गई थी। उस वक्त सऊदी अरब ने पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर का कर्ज दिया था। इसके अलावा, सऊदी ने पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर के उधार में तेल लेने की सुविधा भी दी थी। सऊदी और चीन की मदद से पाकिस्तान इस आर्थिक संकट से उबर पाया।
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