वॉशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि पाकिस्तान को कोई भी ऋण देने से पहले उसकी कर्ज भुगतान क्षमता का उचित ढंग से विश्लेषण किया जाएगा। आईएमएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह बात कही है।
दरअसल पाकिस्तान ने आईएमएफ से आठ अरब डॉलर के राहत पैकेज की मांग की है। इस संबंध में अहम चिंता यह है कि कहीं पाकिस्तान इस राशि का उपयोग अपने ऊपर चीन के ऋण को कम करने के लिए ना करे। ऐसे में आईएमएफ की ओर से उसकी कर्ज भुगतान क्षमता गहन तरीके से छानबीन करने की बात काफी अहम हो जाती है।
पाकिस्तान ने इस राहत पैकेज की मांग अपने नकदी संकट और भुगतान संकट से निपटने के लिए की है। उसकी अर्थव्यवस्था अभी बेहद बुरे दौर में है।
आईएमएफ के संचार निदेशक गैरी राइस ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसी देश की कर्ज क्षमता का उचित आकलन कराने के लिए उस देश के कर्ज पर पारदर्शिता अनिवार्य तत्व है। जब भी हम अपने सदस्य देशों के साथ इस तरह के कार्यक्रम में प्रवेश करते हैं तो इस तरह का विश्लेषण किया जाता है। तो पाकिस्तान के मामले में भी करेंगे।