नई दिल्ली। गोल्ड रिजर्व के मामले में भारत पहली बार आधिकारिक तौर पर टॉप-10 लिस्ट में शामिल होने में सफल हुआ है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के इंटरनेशनल फाइनेंशियल स्टैटिस्टिक्स (आईएफएस) के आधार पर जुलाई 2019 में तैयार की गई इस लिस्ट में टॉप पर अमेरिका है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की इंटरनेशनल फाइनेंशियल स्टैटिस्टिक्स लिस्ट के मुताबिक गोल्ड रिजर्व के मामले में टॉप-10 की लिस्ट में भारत पहली बार शामिल हुआ है। भारत 618.2 टन स्वर्ण भंडार के साथ दुनियाभर में 10वें नंबर पर है। भारत के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में स्वर्ण भंडार की हिस्सेदारी 6.1 प्रतिशत है।
टॉप-10 लिस्ट में अमेरिका पहले नंबर पर है। अमेरिका के पास 8,133.5 टन सोना है जो उसके कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 74.5 प्रतिशत है। दूसरे स्थान पर जर्मनी है, जिसके पास 3,367.9 टन सोना है। कुल मुद्रा भंडार में स्वर्ण भंडार की हिस्सेदारी 70.0 प्रतिशत है।
तीसरे नंबर पर खुद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष है। इसके पास 2,814.0 टन स्वर्ण भंडार है। चौथे स्थान पर इटली है और इसके पास 2,451.8 टन सोना है। 5वें स्थान पर फ्रांस है, जिसके पास 2,436.0 टन का गोल्ड रिजर्व है। 6वें नंबर पर रूस फेडरेशन है, जिसके पास 2,190.1 टन सोना है।
7वें स्थान पर चीन है, जिसके पास 1916.3 टन सोना है। इसके बाद 8वें नंबर पर स्वीट्जरलैंड है, इसके पास 1040.0 टन सोने का भंडार मौजूद है। नौवें नंबर पर है जापान, जिसके पास 765.2 टन सोना है और कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी 2.4 प्रतिशत है। 10वें स्थान पर 618.2 टन सोने के साथ भारत का स्थान है।
अब हम बात करते हैं भारत के पड़ोसी देशों की। इस लिस्ट में सऊदी अरब 323.1 टन सोने के साथ 17वें नंबर पर है। थाईलैंड और सिंगापुर के पास क्रमश: 154 टन और 127.4 टन सोना है। ईराक के पास 96.3 टन सोना है। कुवैत के पास 79 टन सोना है। पाकिस्तान के पास 64.7 टन सोना है और इसका स्थान दुनियाभर में 45वां है। नेपाल की बात करें तो उसके पास कुल 6.4 टन सोना है और वह 83वें स्थान पर है।