नई दिल्ली। दुनिया के सबसे गरीब देश की सूची में शुमार भूटान जल्द ही ग्रोथ के मामले में भारत को भी पीछे छोड़ सकता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने अनुमान जताया कि 2017-18 के दौरान भूटान की वृद्धि दर 11 प्रतिशत रहेगी क्योंकि देश ने हाल के वर्षों में उल्लेखनीय आर्थिक प्रगति की है।
आईएमएफ ने भूटान के साथ सालाना परामर्श के निष्कर्ष में कहा, पनबिजली परियोजनाओं के निर्माण और नए पनबिजली संयंत्रों के शुरू होने और घरेलू सेवाओं में ठोस वृद्धि के मद्देनजर देश की आर्थिक वृद्धि दर 2016-17 के दौरान 6.4 प्रतिशत और 2017-18 में 11 प्रतिशत रहने का अनुमान है। आईएमएफ ने कहा कि पनबिजली उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी से बिजली निर्यात बढ़ेगा जिससे चालू खाते का घाटा तेजी से घटकर 2020-21 में पांच प्रतिशत रह जाएगा जो 2016-17 में 30 प्रतिशत से अधिक था।
संस्था ने कहा कि भूटान ने हाल के वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है और 2004-2014 के दौरान प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 1,108 डालर से बढ़कर 2,612 डालर हो गया। आईएमएफ के कार्यकारी निदेशक ने एक बयान में भूटान के वृहत्-आर्थिक प्रदर्शन का स्वागत किया और हाल के वर्षों में उल्लेखनीय आर्थिक और सामाजिक उपलब्धियों के लिए वहां की सरकार की सराहना की।
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