इस्लामाबाद। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने नकदी-संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को बेल आउट पैकेज देने से पहले उसे चीन से मिलने वाली वित्तीय मदद की पूरी जानकारी देने को कहा है। आईएमएफ का एक प्रतिनिधि मंडल इन दिनों पाकिस्तान में है और वह बेल आउट पैकेज के लिए सरकार के साथ बातचीत कर रहा है।
बातचीत के अंतिम दौर में पहुंचते ही आईएमएफ ने बेल आउट पैकेज के लिए पाकिस्तान के सामने कई कठोर शर्तें रखी हैं। आर्थिक संकट से उबरने के लिए पाकिस्तान को इस बेल आउट पैकेज की बहुत जरूरत है। कुछ बड़ी शर्तों में 150 अरब रुपए के नए टैक्स लगाना, रुपए मूल्य में और कमी लाना और कठोर मौद्रिक नीति बनाना शामिल है।
आईएमएफ ने पाकिस्तान से चीन से मिलने वाली प्रत्येक वित्तीय मदद की संपूर्ण जानकारी भी मांगी है। मिशन चीफ हैराल्ड फिंगर के नेतृत्व में आईएमएफ का प्रतिनिधि मंडल सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत कर सुधारों पर उनके विचार जान रहा है। सूत्रों ने बताया कि अभी दोनों दल किसी भी अंतिम समझौते पर नहीं पहुंचे हैं।
सूत्रों ने बताया कि आईएमएफ की यह दौरा मंगलवार को पूरा हो जाएगा और पाकिस्तान को तत्काल पूंजी की चिंता करने की जरूरत नहीं है। सऊदी अरब द्वारा 1 से 3 अरब डॉलर की राशि सोमवार को स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को भेजी जा चुकी है और शेष 2 अरब डॉलर की राशि अगले कुछ दिनों में मिल जाएगी।
पाकिस्तान का चालू खाते का घाटा जून में समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान 43 प्रतिशत बढ़कर 18 अरब डॉलर पर पहुंच चुका है, जबकि राजकोषीय घाटा बढ़कर जीडीपी का 6.6 प्रतिशत हो गया है।