वाशिंगटन। कोविड-19 महामारी से अर्थव्यवस्था में गिरावट का सामना कर रहे 100 से अधिक देशों ने वित्तीय सहायता के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का रुख किया है। यह जानकारी संस्था के प्रबंध निदेशक ने दी है। क्रिस्टालिना जॉजीर्वा ने फंड के वार्षिक स्प्रिंग मीटिंग के एक वर्चुअल एडिशन के माध्यम से कहा, हम "हम असाधारण समय के दौरान मिलते हैं और असाधारण समय असाधारण कार्रवाई की मांग करता है।"
उन्होंने आगे कहा, "पहले से कहीं अधिक मजबूती से हमें इस असाधारण संकट को जवाब देने और इससे संभलने के लिए तैयार होने को लेकर मिलकर काम करना चाहिए।" एफे न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जिन 102 राष्ट्रों ने मदद के लिए आईएमएफ से संपर्क किया है, उनमें से एल साल्वाडोर, इक्वाडोर, मेडागास्कर, रवांडा और टोगो सहित 15 ने पहले ही अपने आवेदनों को मंजूरी देख ली है, जबकि फंड के अधिकारियों द्वारा अप्रैल के अंत तक और दर्जनों आवेदनों पर फैसला लिए जाने उम्मीद है।
इस सप्ताह जारी फंड के नए आर्थिक फॉरकास्ट में 2020 में 3 प्रतिशत का वैश्विक संकुचन दिखाया गया है, जबकि 2009 में वित्तीय मंदी के परिणामस्वरूप 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई थी। अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद में 5.9 प्रतिशत की गिरावट हो सकती है, जबकि यूरो-क्षेत्र की जीडीपी 7.5 प्रतिशत तक संकुचित हो सकती है, वहीं जापान की अर्थव्यवस्था 5.2 प्रतिशत पीछे चली जाएगी। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर के देशों में आर्थिक मंदी छाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है, साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इस वायरस का बुरा असर पड़ेगा।