नई दिल्ली। समय से दो दिन पहले केरल और मुंबई पहुंचने वाली मानसूनी हवाएं अब कुछ धीमी पड़ गई है। भारतीय मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बुधवार को मानसून ने आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में दस्तक दे दी है, लेकिन बांग्लादेश के ऊपर बना डीप डिप्रेशन के एरिया से मानसून की चाल धीमी पड़ गई है। इसलिए मानसून ने गुजरात मध्य प्रदेश में एंट्री नहीं की है। हालांकि, अगले कुछ दिनों में हालात सुधरने की उम्मीद है। यह भी पढ़े: GST से पहले रिटेल कंपनियों ने गारमेंट्स पर शुरू की महासेल, मिल रहा है बंपर डिस्काउंट
मानसून अपडेट
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिन में हालात सामान्य होने पर मानसून की रफ्तार में फिर से तेजी आने की उम्मीद है। अगले 4 दिन में मानसून गुजरात, महाराष्ट्र, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के अन्य क्षेत्रों में पहुंचेगा। यूरोपीय सेंट्रर फॉर मीडियम रेंज वेदर अनुमान के मुताबिक मानसून के लिए हालात सामान्य होने में अभी कुछ दिन और लगेंगे। 20 जून के बाद ही मानसूनी पवनें मजबूत होंगी और नॉर्थ इंडिया की तरफ बढ़ेंगीयह भी पढ़े: Petrol Price : 16 जून से रोजाना बदलेंगे पेट्रोल के दाम, कीमत पता करने का ये है आसान तरीका
मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक डॉ केजे रमेश कहते है कि
सोमवार और मंगलवार को मुंबई में झमाझम बारिश होने के बाद मानसून के आगे बढ़ने की गति में थोड़ा ठहराव आ गया है। हालांकि, ओडिशा, झारखंड और आसपास के इलाकों में बादलों की उमड़-घुमड़ जारी है। यदि मानसूनी बादल यहा झमाझम बरसते हैं तो फिर आगे की गति ठीक हो जाएगी। कम दबाव वाले क्षेत्र के शिफ्ट होने की संभावना भी लगातार बनी हुई है। हालांकि, अधिक स्पष्टता सेंट्रल और वेस्टर्न राज्यों के पूर्णतया कवर होने के बाद ही बन पाएगी।
इस वीकेंड पर दिल्ली-NCR में बारिश होने का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार 18 से 20 जून तक झमाझम बारिश होने की संभावना है। यह बारिश प्री-मानसून की बारिश होगी। अगर सबकुछ सामान्य रहा तो 29 जून तक दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर सकता है। इससे पहले होने वाली बारिश प्री-मानसून की होगी। फिलहाल तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है। बारिश के बाद गर्मी से राहत मिलेगी। बारिश के साथ ही आंधी चलने की भी संभावना बन रही है।यह भी पढ़े: Best Return: इन कंपनियां का मुनाफा दोगुना होने से शेयर के भाव 300% बढ़े, आपके पास अब भी है मौका
यूपी में 20 के बाद पहुंचेगा मानसून
उप्र मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार, हिमाचल एवं मध्य पूर्वी उत्तर प्रदेश में चक्रवाती परिस्थति का निर्माण हुआ है। इसके आसपास के क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। ऐसे में यहां पर तेज आंधी और बारिश की संभावना बनी हुई है। आसमान में आंशिक तौर पर बदली का असर रहेगा और उमस में वृद्घि होगी। उन्होंनें बताया कि पूर्वी उप्र में अच्छी बारिश का अनुमान है। बंगाल की खाड़ी में बने मोरा चक्रवात के कारण मानसून में देरी हो गई। उप्र में 20 से 25 जून के बीच मानसून पहुंचने का अनुमान है।यह भी पढ़े: #monsoon2017: मानसून ऐसे डालता है आपकी जेब पर असर, अच्छी बारिश से आपको होते हैं ये 6 फायदे
4-5 जुलाई को दिल्ली में मानसून के पहुंचने की उम्मीद
भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से जूझ रहे दिल्लीवासियों को मानसून की बौछारों के लिए एक सप्ताह और इंतजार करना पड़ेगा। पहले दिल्ली में इसके जून के अंतिम सप्ताह तक आने की उम्मीद थी, लेकिन अब इसके 4 या 5 जुलाई के आसपास आने की संभावना है। केरल में मानसून पहुंचने की सामान्य तिथि 1 जून है, लेकिन इस साल वहां 29 मई को ही पहुंच गया। चूंकि केरल से दिल्ली तक मानसून के पहुंचने में चार सप्ताह लगते हैं। इसलिए उम्मीद थी कि दिल्ली में भी यह सामान्य तारीख यानी 29 जून या उससे भी पहले आ सकता है।यह भी पढ़े: #monsoon2017: मानसून के इस सीजन में आपके पास है इन शेयरों में पैसा बनाने का मौका, ऐसे उठाएं फायदा
तटीय क्षेत्रों से आगे बढ़ने के बाद मानसून की चाल थोड़ी धीमी पड़ गई है। इसी वजह से वह मुंबई में दो दिन और कोलकाता में चार दिन लेट पहुंचा।इससे पहले वर्ष 2016 में मानसून दिल्ली में 2 जुलाई को पहुंचा था। बारिश 97 फीसदी यानी सामान्य रही थी, जबकि 2015 और 2014 में बारिश क्रमश: 86 और 88 फीसद यानी सामान्य से कम रही थी। वहीं, इस साल दिल्ली में 1 से 11 जून के मध्य 3.3 फीसद कम बारिश हुई है। यह 7.7 फीसद होनी चाहिए थी, लेकिन महज 4.4 फीसद ही हुई है।यह भी पढ़े: PAN कार्ड के साथ आधार को सिर्फ एक SMS के जरिए ऐसे करें लिंक, ये है पूरा प्रोसेस