मुंबई। दिवालिया इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस) ने मंगलवार को बताया कि देश में उसकी 10 सड़क संपत्तियों के लिए लगभग 13,000 करोड़ रुपए मूल्य की 14 बाध्यकारी वित्तीय बोलियां प्राप्त हुई हैं।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि 14 बोलियों को नौ सितंबर को खोला गया और निदेशक मंडल तथा सलाहकार उसका मूल्यांकन कर रहे हैं। इन 10 सड़क संपत्तियों पर कुल कर्ज करीब 17,700 करोड़ रुपए है। यह समूह के ऊपर कुल कर्ज का करीब 19 प्रतिशत है।
इन सड़क संपत्तियों में झारखंड इंफ्रास्ट्रक्चर इम्प्लिमेंटेशन कंपनी, झारखंड रोड प्रोजेक्ट्स इम्प्लिमेंटेशन कंपनी, मुरादाबाद-बरेली एक्सप्रेस-वे, चेन्नई-नासरी टनल-वे, हजारीबाग-रांची एक्सप्रेस-वे और जोराबाट-शिलांग एक्सप्रेस-वे शामिल हैं। इसके अलावा इसमें बालेश्वर-खड़गुपर एक्सप्रेस-वे, पुणे-शोलापुर रोड डेवलपमेंट कंपनी, रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी ऑफ राजस्थान और सीकर-बीकानेर हाईवे शामिल हैं।
आईएलएंडएफएस का निदेशक मंडल कंपनी की शिक्षा, कचरा प्रबंधन प्रौद्योगिकी, रीयल एस्टेट और कुछ अंतरराष्ट्रीय संपत्ति को भी बेचने के लिए कदम उठा रहा है। इनके लिए जल्दी ही बाध्यकारी वित्तीय बोलियां मंगाई जा सकती हैं।