नई दिल्ली। इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के अक्टूबर महीने के आंकड़ों ने इकोनॉमी में बेहतरी के संकेत दिए हैं। अक्टूबर में आईआईपी की ग्रोथ पिछले पांच वर्षों के उच्चतम स्तर 9.8 फीसदी पर पहुंच गई। सितंबर महीने में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन ग्रोथ 3.84 फीसदी रही थी। दरअसल सितंबर की आईआईपी ग्रोथ के आंकड़े 3.6 फीसदी घोषित हुए थे। जिन्हें संशोधित कर 3.84 फीसदी कर दिया गया है। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान आईआईपी ग्रोथ 4.8 फीसदी रही।
कंज्यूमर गुड्स उत्पादन में लंबी छलांग
अक्टूबर में कंज्यूमर गुड्स की ग्रोथ 0.6 फीसदी से बढ़कर 18.4 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर अक्टूबर में नॉन-कंज्यूमर गुड्स की ग्रोथ -4.6 फीसदी से बढ़कर 4.7 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर अक्टूबर में कंज्यूमर ड्युरेबल्स की ग्रोथ 8.4 फीसदी से बढ़कर 42.2 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर अक्टूबर में इंटरमीडिएट गुड्स की ग्रोथ 2.1 फीसदी से बढ़कर 6.7 फीसदी रही है।
कैपिटल गुड्स और माइनिंग में भी सुधार
अक्टूबर में कैपिटल गुड्स की ग्रोथ 10.5 फीसदी से बढ़कर 16.1 फीसदी रही है। हालांकि महीने दर महीने आधार पर अक्टूबर में इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर की ग्रोथ 11.4 फीसदी से घटकर 9 फीसदी रही है। वहीं माइनिंग सेक्टर के उत्पादन में बढ़ोतरी देखने को मिली है। महीने दर महीने आधार पर अक्टूबर में माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ 3 फीसदी से बढ़कर 4.7 फीसदी रही है।