नई दिल्ली। नकदी संकट से जूझ रही फोर्टिस हेल्थकेयर को कई महीनों की तलाश के बाद आखिरकार मलेशिया की आईएचएच हेल्थकेयर बरहाद के रूप में निवेशक मिल गया। फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड (एफएचएल) ने आईएचएच हेल्थकेयर बरहाद के 170 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से तरजीह आवंटन के आधार पर 4,000 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है।
तीन जुलाई को फोर्टिस को आईएचएच और टीपीजी-मणिपाल कंपनी समूह से बोलियां प्राप्त हुईं थीं। लेकिन पहले बोली लगाने वाले मुंजाल-बर्मन परिवारों और रेडिएंट लाइफ केयर ने इस बार बोली नहीं लगाई। फोर्टिस ने बयान में बताया कि स्वीकार किए गए प्रस्ताव के तहत आईएचएच उसमें 4,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी और उसे 170 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से कंपनी के शेयर तरजीही आधार पर आवंटित किए जाएंगे। इसके बाद आईएचएच सार्वजनिक शेयर धारकों के लिए एक अनिवार्य खुली पेशकश करेगी, जो बची हुई 26 प्रतिशत शेयरधारिता के लिए होगी।
आईएचएच दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी हेल्थकेयर कंपनी है। 9 देशों में इसके 49 अस्पताल हैं, जहां 10,000 बिस्तर की क्षमता है। कंपनी जल्द ही शेयरधारकों की बैठक बुलाएगी और शेयरधारकों से इस सौदे के लिए मंजूरी मांगेगी। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से भी इसके लिए स्वीकृति ली जाएगी।
सिंगापुर में पार्कवे पैनटाई सबसे बड़ा प्राइवेट हेल्थकेयर ऑपरेटर है, जिसके पास 4 जेसीआई प्रमाणित मल्टी स्पेशियाल्टी अस्पताल माउंट एलीजाबेथ अस्पताल, माउंट एलीजाबेथ नोवेना अस्पताल, ग्लेनईगल्स अस्पताल और पार्कवे ईस्ट अस्पताल हैं। मलेशिया में पार्कवे पैनटाई दूसरा सबसे बड़ा प्राइवेट हेल्थकेयर प्रोवाइडर है, जहां इसके 10 पैनटाई अस्पताल, 4 ग्लेनईगल अस्पताल और सहायक हेल्थकेयर सर्विस हैं। भारत इसका तीसरा घर है, जहां 7 अस्पताल और 3 मेडिकल सेंटर हैं। यह अस्पताल और मेडिकल सेंटर चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई में स्थित हैं।