नयी दिल्ली। नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल) और राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स ने तरल नैनो यूरिया के उत्पादन के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को लेकर सहकारी समिति इफको के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। एनएफएल और राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स (आरसीएफ) ने तरल नैनो यूरिया की प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौते के तहत इफको बिना किसी रॉयल्टी के एनएफएल और आरसीएफ के तरल नैनो यूरिया की प्रौद्योगिकी हस्तातंरित करेगी।
रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया और रसायन और उर्वरक राज्यमंत्री भगवंत खुबा की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन और अन्य संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। बयान के अनुसार, इफको किसानों के बीच नैनो यूरिया का उपयोग बढ़ाने के लिए इन समझौता ज्ञापनों के माध्यम से सार्वजनिक क्षेत्र की उर्वरक कंपनियों को प्रौद्योगिकी हस्तांतरण करेगी। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण से उत्पादन बढ़ेगा जिससे आपूर्ति में निरंतरता सुनिश्चित होगा और अधिक-से-अधिक किसान इसे अपनाएंगे। इससे किसानों के साथ-साथ सरकार के लिये सब्सिडी की बचत होगी।
एनएफएल और आरसीएफ किसानों को नैनो यूरिया आपूर्ति बढ़ाने के लिये नये उत्पादन संयंत्र लगाएंगे। मंडाविया ने कहा कि समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर देश के किसानों के हितों को ध्यान देने और देश को उर्वरक में आत्मनिर्भर बनाने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘‘इफको द्वारा बनाए गए नैनो यूरिया में देश में कृषि के लिए पासा पलटने वाला साबित होने की क्षमता है। भारत नैनो यूरिया का वाणिज्यिक उत्पादन शुरू करने वाला विश्व का पहला देश बन गया है।’’