मुंबई। बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज ने आज कहा कि नोटबंदी का विचार सही नहीं था, ऐसे में इसके क्रियान्वयन को दोष देना सही नहीं है। उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के फैसले से दोपहिया वाहनों की बिक्री बुरी तरह प्रभावित हुई है।
राजीव बजाज ने यहां कहा,
यदि समाधान या विचार सही है, तो आप मक्खन में चाकू चलाने जैसी सुगमता से काम कर सकते हैं। यदि विचार ही सही नहीं है तो, जैसे नोटबंदी, तो क्रियान्वयन को दोष देना ठीक नहीं है। मेरा मानना है कि आपका विचार ही गलत है।
- नोटबंदी के प्रभाव से दोपहिया उद्योग अभी तक उबर नहीं पाया है।
- उद्योग के आंकड़ों के अनुसार दो महीने के दौरान इस क्षेत्र की बिक्री में गिरावट आई है।
- उद्योग उम्मीद कर रहा है कि बेहतर मानसून तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी से दोपहिया की बिक्री सुधरेगी।
- बजाज ऑटो की घरेलू बिक्री जनवरी महीने में (दोपहिया और तिपहिया सहित) 16 प्रतिशत घटकर 1,35,188 इकाई रह गई।
- इससे एक साल पहले समान महीने में कंपनी ने 1,61,870 इकाइयों की बिक्री की थी।
नोटबंदी से तिपहिया की बिक्री प्रभावित: महिंद्रा
प्रमुख वाहन कंपनी महिंद्रा ने आज कहा कि नोटबंदी की वजह से उसकी तिपहिया बिक्री प्रभावित हुई है, क्योंकि उपभोक्ता शुरुआती भुगतान के लिए नकदी का प्रबंध नहीं कर पा रहे हैं।
महिंद्रा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (बिक्री) विजय नाकरा ने कहा,
नवंबर से तिपहिया की बिक्री पर असर पड़ा है। लोग शुरुआती भुगतान के लिए नकदी का प्रबंध नहीं कर पा रहे हैं।
- महिंद्रा अल्फा ब्रांड के तहत तिपहिया का विनिर्माण करती है।
- उन्होंने उम्मीद जताई कि नकदी का प्रवाह सुधरने के बाद अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही से बिक्री में सुधार होगा।