नई दिल्ली। जनवरी के पहले सप्ताह की बात है जब ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि वोडाफोन की भारतीय इकाई का विलय किसी दूसरी टेलीकॉम कंपनी के साथ हो सकता है। रिपोर्ट में यह संभावना भी जताई गई थी कि वोडाफोन का टाइ-अप जियो या आयडिया के साथ हो सकता है। अब यह अटकलें तेज हो गई हैं।
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अगर आयडिया और वोडाफोन इंडिया का विलय होता है तो यह मिलकर देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन जाएगी। इसके अलावा यह टेलीकॉम इंडस्ट्री का सबसे बड़ा विलय भी होगा। माना जा रहा है कि ऐसा रिलायंस जियो के आने से बढ़ी प्रतिस्पर्धा के कारण हो सकता है।
रिपोर्ट का दावा विलय को लेकर चल रही है बातचीत
- अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विलय को लेकर कुछ समय से बातचीत चल रही है।
- तीसरी तिमाही के नतीजों पर विचार को लेकर होने वाली आयडिया की 23 जनवरी की बैठक भी टाल दी गई है, जिससे इस खबर को और ज्यादा हवा मिली है।
- कई टॉप बैंकर्स ने देश की दूसरे स्थान की टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन और तीसरे नंबर की आयडिया के विलय की बात को सही ठहराया।
- एक बैंकर ने कहा कि रिलायंस जियो के बाजार में आने के बाद दोनों कंपनियों के लिए अपने राजस्व, लाभ और वैल्यूएशन की रक्षा के लिए विलय ‘एक जरूरत’ बन चुकी है।
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- अगर विलय होता है तो नई कंपनी के पास सबसे ज्यादा करीब 39 करोड़ सब्सक्राइबर्स होंगे।
- वर्तमान नंबर एक कंपनी एयरटेल के पास 27 करोड़ और रिलायंस जियो के पास 7.2 करोड़ ग्राहक हैं।
- इसके अलावा नई कंपनी का कुल राजस्व में बाजार हिस्सेदारी 40 फीसदी होगी, जबकि एयरटेल की करीब 32 फीसदी है।
वोडाफोन ने हाल ही में लॉन्च की नई स्कीम्स
- वोडाफोन ने हाल ही रिलायंस जियो को टक्कर देने के लिए कुछ नई स्कीम्स लॉन्च की थी।
- सितंबर 2016 में कंपनी ने 47,700 करोड़ रुपए खर्च किए थे। वहीं सितंबर 2016 तक कंपनी के पास 20 करोड़ ग्राहक थे।
- गौरतलब है कि रिलायंस जियो ने अपनी फ्री वॉयसस कॉलिंग और डाटा सर्विसेज को 31 दिसंबर 2016 से बढ़ा कर 31 मार्च 2017 तक बढ़ा दिया था।