नई दिल्ली। देश की तीसरी बड़ी टेलिकॉम कंपनी आइडिया सेल्यूलर को जियो की वजह से भार घाटे का सामना करना पड़ा है। सोमवार को कंपनी की तरफ से जारी किए गए तिमाही नतीजों के मुताबिक सितंबर तिमाही के दौरान उसको 1107 करोड़ रुपए (PAT) का शुद्ध घाटा उठाना पड़ा है, वित्तवर्ष 2016-17 के दौरान सितंबर तिमाही में कंपनी को 91 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। इस साल सितंबर तिमाही से पहले जून तिमाही में भी कंपनी को 815 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है।
कंपनी के मुताबिक सितंबर तिमाही में देश में गुड्स एंड सर्विस टैक्स लागू होने की वजह से उसको नुकसान झेलना पड़ा है, GST लागू होने से पहले टेलिकॉम सेवाओं पर 15 फीसदी सर्विस टैक्स लागू होता था लेकिन GST लागू होने के बाद यह टैक्स 18 फीसदी हो गया है।
कंपनी भले ही GST को घाटे की वजह मान रही हो लेकिन Idea Cellular को हुए घाटे की असली वजह रिलायंस जियो की मार्केट में हुई दमदार एंट्री है, जियो ने पिछले साल सितंबर में अपनी 4जी सेवा शुरू की थी और उसके बाद तेजी से दूसरी सभी टेलिकॉम कंपनियों के ग्राहकों को अपनी ओर खींचती गई है और जियो के पास इस साल सितंबर अंत तक 13 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हो चुके हैं। जियो की वजह से दूसरी सभी टेलिकॉम कंपनियों को अपनी कई सेवाओं को या तो सस्ता करना पड़ा है या फिर जियो की तरह फ्री भी करना पड़ा है।
जियो की मार से बचने के लिए दूसरी सभी टेलिकॉम कंपनियां अब नई रणनीति अपना रही हैं, Idea Cellular भी दूसरी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन के साथ विलय होने जा रही है। विलय के बाद आइडिया और वोडाफोन एक ही कंपनी बन जाएंगे, विलय की अधिक जानकारी दोनो कंपनियों की तरफ से आज दी जाएगी।
इस बीच Idea Cellular ने यह भी घोषणा की है कि वह और वोडाफोन मिलकर अपना टावर कारोबार अमेरिकी कंपनी ATC को बेचने जा रही हैं, ATC के साथ टावर कारोबार को बेचने की डील 7850 करोड़ रुपए में हुई है, इसमें Idea Celular को 4000 करोड़ मिलेंगे जबकि वोडाफोन को 3850 करोड़ रुपए मिलेंगे