नई दिल्ली। आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) के ग्राहक ध्यान दें। आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) ने नोटिफिकेशन जारी कर अपने ग्राहकों को केवाईसी (KYC/Know Your Customer) अपडेशन के लिए कहा है। बैंक ने कहा है कि जिन लोगों ने अब तक केवाईसी अपडेट नहीं कराया है, वे तुरंत करा लें, वरना बैकिंग सुविधाओं में दिक्कत आ सकती है। अगर आप भी आईडीबीआई बैंक के ग्राहक हैं तो आप भी अपने खाते का KYC अपडेट करा लें वरना आपकी बैंकिंग सेवाएं बंद हो सकती हैं। आईडीबीआई बैंक ने इसके लिए रिजर्व बैंक के निर्देशों का भी हवाला दिया है।
31 मार्च 2021 है डेडलाइन
दरअसल, IDBI Bank की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं को बिना किसी परेशानी और रुकावट के जारी रखने के लिए 31 मार्च 2021 तक KYC अपडेट कराना जरूरी है। IDBI Bank ने बताया कि ग्राहक अपने KYC डॉक्यूमेंट होम ब्रांच या अपने नजदीकी आईडीबीआई शाखा में जमा कर सकते हैं। बैंक ने यह भी कहा है कि अपडेट के लिए बैंक अपने ग्राहकों को मोबाइल के मैसेज, ई-मेल, नोटिस के जरिए भी सूचित करता है, इसलिए जिन लोगों को सूचना मिली है वो केवाईसी अपडेट करा लें।
इनकी पड़ेगी जरूरत
बैंक ने अपनी सूचना में यह भी बताया है कि केवाईसी अपडेट के लिए किन कागजों की जरूरत पड़ेगी। आईडीबीआई बैंक ने नोटिफिकेशन में बताया है कि केवाईसी के लिए ग्राहकों को पैन कार्ड या फॉर्म 60 जमा करना होगा। इसके अलावा पहचान और एड्रेस प्रूफ के लिए ग्राहक पासपोर्ट, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, नरेगा जॉब कार्ड या आधार पत्र या कार्ड जमा करा सकते हैं। पहचान के लिए ग्राहकों को कोई एक डॉक्यूमेंट जमा कराना होगा। इसके साथ ही एक पासपोर्ट साइज की फोटो भी देनी होगी।
यहां से ले सकते हैं ज्यादा जानकारी
अगर आपको केवाईसी को लेकर कोई कन्फ्यूजन है तो अधिक जानकारी के लिए आप बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट www.idbi.in पर विजिट कर सकते हैं। इसके अलावा ग्राहक होम ब्रांच या कस्टमर केयर नंबर 1800-209-4324, 1800-22-1070 या 022-67719100 पर संपर्क कर सकते हैं।
जानिए क्या होता है केवाईसी?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से केवाईसी (KYC) को अनिवार्य कर दिया गया है और किसी भी बैंक में खाता खुलवाने के लिए यह जरूरी होता है। केवाईसी के जरिए बैंक अपने कस्टमर की पूरी जानकारी जमा करते हैं, जिसके लिए ग्राहकों को अपनी पहचान और एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट जमा कराना होता है। केवाईसी के जरिये बैंक को अपने ग्राहक को वेरीफाई करने में सुविधा होती है। इसके अलावा म्युचुअल फंड अकाउंट खुलवाने, बैंक लॉकर्स, ऑनलाइन म्युचुअल फंड खरीदने और सोने में निवेश करने के लिए केवाईसी कराना जरूरी होता है। बैंक केवाईसी के जरिए जानता है कि उसके ग्राहक के लेन-देन में कोई गड़बड़ी तो नहीं है।