नई दिल्ली। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर पहुंची। कोचर पर तथाकथित बैंक लोन घोटाला और धान शोधन का मामला चल रहा है। खान मार्केट स्थित ईडी दफ्तर में कोचर को 11 बजे बुलाया गया था, जहां वह अपने तय समय से पहले ही पहुंच गईं।
सूत्रों ने बताया कि मामले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए चंदा कोचर को जांच अधिकारी के समक्ष पेश होकर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपने बयान दर्ज करवाने के लिए कहा गया था।
उनके पति दीपक कोचर को भी इसी मामले में समन भेजा गया था। कोचर के देवर राजीव कोचर को ईडी ने कुछ दिनों पहले ही गिरफ्तार किया है। 1 मार्च को इस मामले में ईडी ने छापा मारने के बाद मुंबई के ईडी ऑफिस में दीपक और राजीव कोचर से पूछताछ की गई थी।
ईडी ने चंदा कोचर, उनके परिवार और वीडियोकॉन ग्रुप के वेणुगोपाल धूत के मुंबई और औरंगाबाद स्थित घरों पर छापा मारा था। ईडी ने वीडियोकॉन ग्रुप को 1875 करोड़ रुपए का लोन देने में की गई गड़बडि़यों और भ्रष्टाचार की जांच के बाद इस साल की शुरुआत में पीएमएलए के तहत चंदा कोचर, दीपक कोचर, धूत और अन्य के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया था।
सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर ईडी ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। सीबीआई ने अपनी एफआईआरी में चंदा कोचर, दीपक कोचर और राजीव कोचर के साथ ही धूत की कंपनियों- वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लि. और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड को आरोपी बनाया है। सीबीआई ने अपनी एफआईआर में धूत द्वारा स्थापित कंपनी सुप्रीम एनर्जी और दीपक कोचर के नियंत्रण वाली नूपावर रिन्यूएब्लस को भी आरोपी बनाया है।