नई दिल्ली। आईसीआईसीआई बैंक ने सोमवार को 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही के वित्तीय नतीजों की उम्मीदों के विपरीत घोषणा की। बैंक ने कहा कि अधिक प्रावधान की वजह से चौथी तिमाही में उसका मुनाफा सालाना आधार पर 5 प्रतिशत घटकर 969 करोड़ रुपए रह गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1020 करोड़ रुपए था।
बैंक ने एनपीए के लिए चौथी तिमाही में 5,451 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में बैंक ने 4,244 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था। 2018-19 की चौथी तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय 7620.1 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 6,022 करोड़ रुपए थी। समीक्षाधीन अवधि में बैंक का सकल एनपीए 6.7 प्रतिशत रहा, जो इससे पहले की तिमाही में 7.75 प्रतिशत था। बैंक का शुद्ध एनपीए भी तीसरी तिमाही के 2.58 प्रतिशत के मुकाबले चौथी तिमाही में घटकर 2.06 प्रतिशत रह गया।
मैरिको का मुनाफा दोगुना बढ़ा
घरेलू एफएमसीजी कंपनी मैरिको ने सोमवार को बताया कि वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही उसका शुद्ध मुनाफा दोगुना से अधिक बढ़कर 405 करोड़ रुपए रहा। वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में कंपनी को 183 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। मैरिको ने बताया कि 188 करोड़ रुपए के टैक्स-प्रोविजन के वन-टाइम राइट-बैक के कारण उसका लाभ बढ़ा है।
मार्च 2019 तिमाही में परिचालन से आय बढ़कर 1609 करोड़ रुपए जो एक साल पहले समान तिमाही में 1503 करोड़ रुपए थी। संपूर्ण वित्त वर्ष 2018-19 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 1135 करोड़ रुपए रहा, जो 2017-18 के कुल लाभ 827 करोड़ रुपए से 37.24 प्रतिशत अधिक है।
पैराशूट नारियल तेल और सफोला जैसे ब्रांड की बिक्री करने वाली कंपनी ने कहा कि वह नए वित्त वर्ष 2019-20 में 125 से 150 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।